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CORONA GUIDELINES: कोरोना पर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने आवास पर टीम के साथ बैठक कर प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए अफसरों को दिए दिशा निर्देश सख्ती से कराया जाए पालन.

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CORONA GUIDELINES: कोरोना पर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश
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Zee Media Bureau|Updated: Jan 02, 2023, 05:35 PM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अफसरों के साथ कोरोना से बचाव के लिए बैठक की. टीम के सभी अधिकारियों को कोरोना के नए वेरियंट से बचाव को लेकर सख्त निर्देश दिए. अस्पतालों में हुई मॉक ड्रिल में जो भी कमी सामने आई है, उसको नज़र में रखते हुए तत्काल रूप से सुधार किया जाए.

सभी सुविधाओं को क्रियाशील रखा जाए
कोविड की बदलती परिस्थितियों पर कड़ी नजर रखी जाए. कोविड काल में सरकार ने हर जिले में आईसीयू स्थापित किये हैं, उन्हें क्रियाशील रखा जाए. हर आईसीयू में एनेस्थेटिक व अन्य स्पेशलिस्ट चिकित्सकों और टेक्नीशियन की उपलब्धता हो. आक्सीजन प्लांट पर तीन टेक्नीशियन तैनात होने चाहिए.

11 लाख से अधिक उपलब्ध है डोज़, 9 लाख से अधिक हो चुके है टेस्ट
उत्तर प्रदेश सबसे जायदा कोविड वैक्सीनेशन करने वाला राज्य है. वर्तमान में प्रदेश में 11 लाख से अधिक डोज उपलब्ध है. और अधिक जरूरत पड़ने पर भारत सरकार से संपर्क बनाए रखा जाए. प्रीकॉशन डोज लगाए जाने के लिए लोगों से बात कर उन्हे जागरूक किया जाए. विभिन्न देशों में बढ़ते कोविड-19 के संक्रमण के बीच उत्तर प्रदेश की स्थिति सामान्य है. अब तक 9 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके है.

विशेषज्ञ और स्टाफ की हो तैनाती
यह समय सतर्क और सावधान रहने का है. स्वास्थ्य विभाग अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सभी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती, चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता और पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता की जांच होनी चाहिए. मुख्यमंत्री के सख्त आदेश के बाद कहीं भी किसी चीज की कमी बरदाश नहीं किया जाएगा.

अस्पताल में अपने स्तर से की जाए मॉक ड्रिल
मुख्यमंत्री ने अस्पतालों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अस्पताल अपने स्तर से मॉक ड्रिल करें और सामने आने वाली कमियों को जल्द से जल्द सुधारे. साथ ही दैनिक टेस्टिंग को बढ़ाने और गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों कि देख रेख में भी सावधानी बरतने को कहा.

अस्थायी तैनाती पर करेंगे विचार, जल्द तैयार की जाएगी नियमावली
कोविड काल में स्वास्थ सेवाओं को बनये रखने के लिए बड़ी संख्या में संविदा पर रखा गया था. इस दौरान स्वास्थ कर्मियों ने अपनी जान की फिक्र किए बगैर अपना कर्तव्य निभाया था. भविष्य में होने वाली नियुक्तियों में इनकी गिनती की जाएगी.

सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने की अपील
कोरोना के नए वैरियंट को देखते हुए अलर्ट रहने की ज़रूरत है. सावधानी ही एकमात्र बचाव का उपाय है. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और सार्वजनिक जगह पर फेस मास्क लगाने से ही कोरोना को मात दी जा सकती हैं.

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