Coriander Water For Thyroid: खराब लाइफस्टाइल के कारण हम लोगों को आज कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आप कम खाना खाते हैं और इसके बाद भी आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है और अपनी उम्र से ज्यादा दिखने लगे हों तो समझ लें कि आप थायरॉइड के शिकार हो चुके हैं. पुरूषों के मुकाबले महिलाओं में 10 गुना ज्यादा थॉयराइड की शिकायत होती है. थायराइड को कंट्रोल करने के लिए किचन में मौजूद धनिया बेहद फायदेमंद है. धनिया का इस्तेमाल उसका पानी बनाकर करें तो आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. यहां जानते हैं कि धनिया का पानी कैसे थायराइड कंट्रोल करने में असरदार है.
कैसे थायराइड को कंट्रोल करता है धनिया का पानी!
धनिया पोषक तत्वों और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मसाला औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसका सेवन करने से कई बीमारियों का उपचार होता है. इस मसाले में मौजूद खनिज और विटामिन की अधिक मात्रा थायराइड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है.
धनिया के पानी का इस्तेमाल हजारों सालों से थायरॉयड ग्रंथि की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता रहा है. एक शोध के मुताबिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में यह थायराइड का एक प्रमुख इलाज है. धनिया में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन का लेवल थायराइड को नैचुरल तरीके से ठीक करने और थायराइड हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करने का काम करता है.
कैसे बनाएं धनिया का पानी?
धनिया का पानी बनाने के लिए एक चम्मच पिसा हुआ धनिया 1 गिलास पानी में रातभर भिगो कर रख दें.सुबह आधा होने तक इसको उबालें. ठंडा होने पर छान लें पी लें. एक-दो दिन ये पीने में थोड़ा अजीब लग सकता है पर बाद में इसका स्वाद आपको भा जाएगा. धनिया पानी के सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म बहुत तेजी से बढ़ता है.
इस तरह करें धनिया के पानी का सेवन
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए इस पानी का सेवन दिन में दो बार खाली पेट करें. सुबह सबसे पहले इसे एक महीने तक पियें। यह निश्चित रूप से थॉयराइड फंक्शन में सुधार करेगा.
थायरॉइड एक महत्वपूर्ण ग्लैंड है, जो व्यक्ति की गर्दन के सामने स्थित है. थायरॉइड गले में पाई जाने वाली तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है. थायरॉइड ग्रंथि में गड़बड़ी आने से ही थायराइड (Thyroid) से संबंधित रोग होते हैं. थायराइड बढ़ने से कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.जैसे घबराहट होना, मांसपेशियों में कमजोरी और कंपकंपी होना, तनाव महसूस करना, वजन कम या ज्यादा होना, आंखों की रोशनी कम होना या आंखों में जलन होना, चिड़चिड़ापन महसूस होना.
डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.