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बुंदेलखंड के ऐतिहासिक किलों का होगा जीर्णोद्धार, बनेंगे हेरिटेज होटल, मिलेगा वॉटर स्पोर्ट का लुत्फ

 Bundelkhand Historical Forts:बुंदेलखंड में किलों के जीर्णोद्धार के साथ टूरिज्म की संभावनाओं को आकार देने के लिए प्रोफेशनल एजेंसी द्वारा अध्ययन कराया जाएगा. इसके बाद बेहतर कार्ययोजना तैयार किया जाएगा. इसके लिए महत्वपूर्ण परियोजना में अन्तरविभागीय समन्वय की आवश्यकता होगी.

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बुंदेलखंड के ऐतिहासिक किलों का होगा जीर्णोद्धार, बनेंगे हेरिटेज होटल, मिलेगा वॉटर स्पोर्ट का लुत्फ
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Zee Media Bureau|Updated: Jul 23, 2022, 09:31 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुंदेलखंड के 31 किलों और दुर्गों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने जा रही है. झांसी, बांदा, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा और चित्रकूट में ऐतिहासिक स्मृतियों को संजोए अनेक प्राचीन दुर्ग, किले और गढ़ हैं. विशाल परिसर वाले कई किले अपनी भव्यता के साथ बेहतरीन होटल के रूप में तैयार हो सकते हैं. 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कलिंजर का किला 542 हेक्टेयर के विशाल परिक्षेत्र में अवस्थित है. यहां निजी क्षेत्र की सहभागिता से लाइट एन्ड साउंड शो, कैम्पिंग-ट्रेकिंग रॉक क्लाइम्बिंग और फसाड लाइटिंग का कार्य कराया जाए. किले पर नाइट गकेजिंग और नेचर ट्रेल की गतिविधियों को शुरू किया जाएग. झांसी के दुर्ग में भारी संख्या में  पर्यटकों आते हैं. समीप में स्थित बरुआ सागर किला तक जाने के लिए सुगम साधन की व्यवस्था की जाए. 12 एकड़ परिसर वाला टहरौली किला और 4 एकड़ परिसर वाली दिगारा की गढ़ी, चिरगांव का किला, लोहागढ़ का किला, चम्पत राय का महल, रघुनाथ राव का महल की स्थिति जीर्ण-शीर्ण हो रही है. इनके पुनरोद्धार के लिए ठोस प्रयास किये जाए. 

वहीं, बरूआ सागर किले, टहरौली के किले, दिगारा की गढ़ी, चम्पत राय के किले, महल महिपाल निवास, सरीला और रघुनाथ राव के महल को हेरिटेज होटल के रूप में विकसित कर फसाड लाइटिंग की जाएगी. बरुआ सागर के समीप स्थित और तालबेहट किले के नीचे स्थित झीलों पर वॉटर स्पोर्ट्स /एडवेंचर टूरिज्म की गतिविधियों को शुरू किया जाएगा. मड़ावरा के किले और सौराई के किले पर पर्यटन की दृष्टि से पहुंच मार्ग, साइनेज तथा पेयजल व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा. देवगढ़ (दुर्ग) परकोटे के नीचे बेतवा नदी में वॉटर स्पोर्ट की संभावनाएं हैं, इसी प्रकार महावीर स्वामी अभ्यारण्य तथा बानपूर्वक किले को इको-टूरिज्म को विकसित किया जाएगा. 

बुंदेलखंड में किलों के जीर्णोद्धार के साथ टूरिज्म की संभावनाओं को आकार देने के लिए प्रोफेशनल एजेंसी द्वारा अध्ययन कराया जाएगा. इसके बाद बेहतर कार्ययोजना तैयार किया जाएगा. इसके लिए महत्वपूर्ण परियोजना में अन्तरविभागीय समन्वय की आवश्यकता होगी. पर्यटन, संस्कृति, ग्राम्य विकास, नगर विकास, परिवहन, नागरिक उड्डयन, खेल, गृह, औद्योगिक विकास  और जल शक्ति विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. कार्ययोजना तैयार करते समय सभी विभागों की भूमिका और उनके कार्य की समय सीमा तय होगी.  

सीएम योगी ने संबंधित विभाग को निर्देश दिया है कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले झांसी के 08, बांदा के 04, जालौन के 02, ललितपुर के 07, हमीरपुर के 03, महोबा के 05 और चित्रकूट के 02 किलों के पुरातात्विक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व से परिचय कराती कॉफी टेबल बुक भी तैयार कराई जाए.

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