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Shravasti :दक्षिण कोरिया से 200 बौद्ध भिक्षु 1167 किमी पैदल यात्रा कर पहुंचे श्रावस्ती

यूपी के श्रावस्ती जिले में बौद्ध धर्म से जुड़े ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें देखने दुनिया भर से टूरिस्ट और श्रद्धालु पहुंचते हैं. दक्षिण कोरिया से 200 बौद्धि भिक्षु जनपद पहुंचकर बौद्ध पर्यटन स्थलों का दौरा किया. 

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Shravasti :दक्षिण कोरिया से 200 बौद्ध भिक्षु 1167 किमी पैदल यात्रा कर पहुंचे श्रावस्ती
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Arvind Kumar |Updated: Mar 20, 2023, 07:58 PM IST

श्रावस्ती : यूपी के श्रावस्ती जिले में दक्षिण कोरिया से 200 बौद्ध भिक्षुओं का दल बौद्ध स्थली श्रावस्ती पहुंचा. बौद्ध भिक्षुओं का दल 43 दिनों में 1167 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके श्रावस्ती पहुंचा. जहां बौद्ध भिक्षुओं ने बौद्ध स्थली में जेतवन और गंध कुटी में विशेष पूजा अर्चना की साथ ही बौद्ध स्थली का भ्रमण भी किया. भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मैत्री संबंध के 50 वर्ष पूरे होने पर विश्व शांति का संदेश लेकर पदयात्रा पर निकले बौद्ध भिक्षुओं का दल 43 दिन में 1167 किलोमिटर की यात्रा सारनाथ से शुरु करते हुए बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, कुशीनगर, लुंबिनी से कपिलवस्तु होते हुए श्रावस्ती पहुंचा.

बौद्ध भिक्षुओं ने श्रावस्ती में आनंद बोधि वृक्ष, शिवली स्तूप, कौशांबी कुटी, सभा मंडप, सूर्यकुंड आदि स्थलों का भ्रमण किया. इस कोरियाई दल में कोरिया के मेंबर ऑफ पार्लियामेंट के कई सदस्य मौजूद रहे. 

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ऐसी मान्यता है कि भगवान बुद्ध ने श्रावस्ती में 24 वर्षों तक वर्षावास किये थे, जब भगवान बुद्ध चार महीने के प्रवास के बाद चले जाते थे तो लोगों को काफी दुख होता था, इसके लिए श्रावस्ती में आनंद बोधि वृक्ष का रोपण किया गया.गौरतलब है कि भगवान बुद्ध के धर्म प्रचार से बौद्ध भिक्षुओं की संख्या दुनिया में बढ़ने लगी. भगवान बुद्ध ने ‘बहुजन हिताय’ लोक कल्याण के लिए बौद्ध धर्म का देश विदेश में प्रचार करने के लिए बौद्ध भिक्षुओं को भेजा. श्रावस्ती के पर्यटन स्थलों के प्रति दुनिया भर के लोगों का आकर्षण जिस तरह बढ़ रहा है, उससे इस क्षेत्र की संभावनाओं को मजबूत करने की जरुरत है.

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