Home >>Religion UP

South Indian Foods: इडली, डोसा, उपमा को नाश्ते में करें शामिल, साउथ इंडियन फूड्स के फायदे हैरान कर देंगे

South Indian Foods: साउथ इंडियन फूड्स देखते ही मुंह में भी पानी आ जाना लाजमी है. लाइट फूड और सेलिब्रेशन के टाइम पर आप फूड के इस ऑफ्शन को चुन सकते हैं. 

Advertisement
10 best South Indian breakfast
Stop
Padma Shree Shubham|Updated: Jan 11, 2024, 02:31 PM IST

Indian Food Options For Breakfast: इडली सांभर, डोसा हो या सांभर बड़ा, उपमा, ये सभी नाम सुनकर मुंह में पानी आता है. आप देश के किसी भी कोने में पहुंच जाएं, साउथ इंडियन खाना आपको मिल जाएगा. यूं तो आमतौर पर इन्हें तभी खाया जाता है जब कुछ लाइट खाने का मन हो या कोई ओकेजन हो लेकिन अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं तो और दिन हेल्दी फूड के साथ शुरू करना चाहते हैं तो आपको साउथ इंडियन फूड ऑप्शन को चुनना चाहिए. ब्रेकफास्ट में आप साउथ इंडियन फूड लें तो आपको अच्छा ब्रेकफास्ट इंजॉय करने को मिल सकता है. फिटनेस के लिए भी अच्छा सैबित हो सकता है. 

साउथ इंडियन फूड तो लोग बहुत पसंद करते हैं पर डोसा को लेकर लोग सबसे ज्यादा क्रेज दिखाते हैं. डोसा में वैरायटीज बहुत हैं और ट्रेडिशनल टेस्ट्स यानी रवा डोसा के साथ ही रवा मसाला डोसा, पनीर डोसा, प्याज डोसा जैसे कई और ऑप्शन है. डोसा खाने से शरीर को भी कई लाभ होते हैं. 

डोसा खाने के फायदे 
प्रोटीन की पूर्ति होती है

डोसा प्रोटीन का एक बढ़िया सोर्स है. इसे खाने से देर तक शरीर में एनर्जी रहती है और क्रेविंग भी कम होती है. डोसा खाने से नाश्ते में हेल्थ इंप्रूव होती है. स्किन, हेयर के साथ ही मसल्स में सुधार होने लगता है.

हाई न्यूट्रिशन डोसा
डोसा तैयार करने में उपयोग किया जाने वाला बैटर लो कैलरी वाला होता है और डोसा सांभर के साथ खाया जाता है जोकि कई सारी सब्जियों से बनता है जिससे वो पोषक तत्व से भरपूर होता है. डोसा और सांभर खाने के बाद टेस्ट बड्स होता है और मन को तृप्ति मिल जाती है. 

हेल्दी कार्ब्स डोसा
दाल और चावल के बैटर से तैयार होने वाला डोसा, और साथ की नारियल की चटनी, टमाटर की चटनी, सांभर, रसम जैसी चीजों में हेल्दी कार्ब्स व फाइबर्स होते हैं. जो पाचन को बूस्ट करते हैं, एनर्जी देने के साथ ही शरीर को पोषण देते हैं.  

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, ZEENEWS इनकी पुष्टि नहीं करता है. पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

और पढ़ें- Phulera Dooj 2024: कब मनाया जाएगा फुलेरा दूज? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

{}{}