Home >>Religion UP

Vinayak Chaturthi 2023: आज है विनायक चतुर्थी, इस दिन बन रहे 5 दुर्लभ योग, ऐसे करेंगे पूजा तो कट जाएंगे सारे कलेश

Vinayak Chaturthi 2023: हर महीने शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के एक दिन पहले विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. इस दिन रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है. ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी पर एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं. 

Advertisement
 Vinayaka Chaturthi 2023
Stop
Preeti Chauhan|Updated: Nov 16, 2023, 07:41 AM IST

Vinayaka Chaturthi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के एक दिन पहले विनायक चतुर्थी मनाई जाती है. इस प्रकार कार्तिक महीने में विनायक चतुर्थी 16 नवंबर को पड़ रही है. इस दिन रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश  को प्रसन्न करने के लिए विनायकी चतुर्थी का व्रत और पूजा की जाती है. 

भगवान गणेश प्रथम पूज्य हैं और उनकी कृपा से व्यक्ति के जीवन में मंगल होता है. ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी पर एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं.  इन संयोग में श्री गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. आइए, शुभ मुहूर्त और योग जानते हैं-

दोनों ही पक्ष में चतुर्थी
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हिंदू वर्ष के 1 महीने में दो पक्ष होते हैं, जिन्हें शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष कहा जाता है. अगर आमबोल की भाषा में बताएं तो 15 दिन चंद्रमा के चांदनी के होते हैं और 15 दिन चंद्रमा के अंधेरी रात के होते हैं. दोनों ही पक्ष में चतुर्थी आती है. कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली गणेश चतुर्थी का आरंभ 16 नवंबर को दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगा.

कब है  विनायक चतुर्थी
16 नवंबर 2023

विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त
चतुर्थी का प्रारंभ- 16 नवंबर दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से
चतुर्थी का समापन- अगले दिन यानी 17 नवंबर को सुबह 11 बजकर 03 मिनट पर.

इस दिन चंद्र दर्शन का विधान है. इसलिए हिंदू पंचांग के मुताबिक 16 नवंबर को ही विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी. विनायक चतुर्थी पर सुकर्मा योग, रवि योग, करण योग जैसे 5 शुभ योग बन रहे हैं. 

Chhath Puja 2023: छठ पूजा के पहले दिन बनता है ये खास प्रसाद, जानें इस दिन क्यों खाते हैं कद्दू

विनायक चतुर्थी पर सुकर्मा योग
विनायक चतुर्थी पर सुकर्मा योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 10 बजे तक है. इसके बाद, धृति योग का निर्माण हो रहा है. धृति योग का संयोग 17 नवंबर को सुबह 7 बजकर 37 मिनट तक है. इन दोनों ही योगों को ज्योतिष शुभ मानते हैं. इन योग में गणेश जी की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.

विनायक चतुर्थी पर रवि योग
विनायक चतुर्थी पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है.  रवि योग में गणेश जी की पूजा करने से साधक को कई गुना फल मिलता है. ये योग शुभ माना गया है.

विनायक चतुर्थी पर करण योग
विनायक चतुर्थी पर गर और वणिज करण का निर्माण हो रहा है.  ज्योतिष गर और वणिज करण को बेहद शुभ मानते हैं.

भगवान गणेश की पूजा-अर्चना
ऐसी मान्यता है कि विनायक चतुर्थी के दिन में श्री गणेश के की पूजा और व्रत करते हैं. गणेश चालीसा का पाठ भीकर सकते हैं. शाम को  भगवान गणेश की पूजा अर्चना करें और उनके आगे प्रसाद का भोग लगाएं. इस दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन कराएं. अपनी इच्छा अनुसार दान करें. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने पर विघ्नहर्ता श्री गणेश अपने भक्तों पर बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

Chhath Puja 2023: छठ में व्रती महिलाएं क्यों लगाती हैं मांग से नाक तक सिंदूर, जानें इसका पौराणिक महत्व

घर के मेन गेट पर लगी नेम प्लेट बदल देगी आपकी जिंदगी, जानें कैसे

Watch: 6 महीने के लिए बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, अब यहां विराजेंगे बाबा केदार

 

{}{}