trendingNow/india/up-uttarakhand/uputtarakhand02075078
Home >>यूपी एवं उत्‍तराखंड

Bharat Ratna Award: कौन हैं कर्पूरी ठाकुर, जिन्हें भारत रत्न देने का मोदी सरकार ने किया ऐलान

Modi Government Big Announcement: मोदी सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान किया गया है. उन्हें मरणोपरांत यह सम्मान दिया जाएगा....  

Advertisement
Modi Government Big Announcement
Stop
Sandeep Bhardwaj|Updated: Jan 23, 2024, 08:25 PM IST

Bharat Ratna Award: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलेगा. उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाएगा. सरकार ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब जब बुधवार (24 जनवरी) को कर्पूरी ठाकुर की जयंती है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार ने बड़ा दांव चलते हुए बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया है. जानकारों का मानना है कि यह चुनाव से पहले मोदी सरकार का बहुत बड़ा दांव है. कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया है. अभी लोकसभा चुनाव में समय है, उससे पहले ही मोदी सरकार ने बड़ा दांव चलते हुए बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला किया है.

ये खबर जरूर पढ़ें- Gujarat Lok Sabha Election 2024: 22 जनवरी को 500 सालों का वनवास हुआ खत्म, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने बताई लोकसभा चुनाव जीतने की रणनीति?

कर्पूरी ठाकूर को बिहार में जननायक कहा जाता है. कर्पूरी ठाकुर बिहार के सबसे बड़े पिछड़े नेताओं में एक रहे हैं. कर्पूरी ठाकुर बिहार के काफी निर्धन परिवार से ताल्लुक रखते थे, लेकिन जनता में उनकी लोकप्रियता बहुत ज्यादा थी. उनके बेटे रामनाथ ठाकुर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से सांसद हैं, लेकिन चुनाव से पहले मोदी सरकार के इस कदम को मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है.

Ayodhya Ram Mandir: राम भक्तों से पैक हुई अयोध्या, रोकी गई अयोध्या जाने वाली सभी रोडवेज बसें, लखनऊ से 80 का संचालन रद

जननायक कर्पूरी ठाकुर के बारे में आपको बता दें कि इनका जन्म समस्तीपुर के गांव पितैजिया में पैदा हुआ, जिसे कर्पूरी ग्राम कहा जाता है. बता दें कि कर्पूरी ठाकुर जाति से नाई थे और काफी निर्धन परिवार से आते थे. उनके पिता सीमांत किसान थे. वह दो बार बिहार के सीएम रहे. वह राजनेता होने से पहले बेहतरीन शिक्षक रहे. मीसा आंदोलन के समय उन्हें जेल में रहना पड़ा था. 

Read More
{}{}