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कौन हैं आजम के बेटे की करीबी एकता कौशिक, जिनके घर IT रेड में मिलीं लग्जरी कारें

IT Raid on Azam Khan: सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के ठिकानों के साथ-साथ बुधवार को आयकर विभाग की टीम ने उनके बेटे अदीब खान की दोस्त एकता कौशिक के राजनगर सेक्टर-9 स्थित घर पर भी छापा मारा...  

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Preeti Chauhan|Updated: Sep 14, 2023, 01:37 PM IST

IT Raid on Azam Khan: समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता आजम खान (Azam Khan) के करीब 30 ठिकानों पर बुधवार को आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा. लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, नोएडा, सीतापुर समेत कई शहरों में छापेमारी की कार्रवाई की गई. यह छापा मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट से जुड़े मामले को लेकर मारा गया. इसकी आंच अब आजम खान के बेटे की क्लासमेट एकता कौशिक घर पर भी पहुंच गई है. 

आजम खान के बेटे की क्लासमेट एकता कौशिक घर पर भी सर्च
आजम खान के पुत्र की क्लासमेट एकता कौशिक घर पर भी आईटी की सर्च की है. एकता ने कुछ महीनों के अंदर एक बीएमडब्ल्यू, एक मर्सिडीज व एक जैगुआर कार खरीदी है. आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एकता कौशिक के घर से काफी अहम दस्तावेज मिले हैं.  सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के ठिकानों के साथ-साथ बुधवार को आयकर विभाग की टीम ने उनके बेटे अदीब खान की दोस्त व जीडीए के पूर्व अवर अभियंता की पुत्रवधू एकता कौशिक के राजनगर सेक्टर-9 स्थित घर पर भी छापा मारा.

कौन हैं एकता कौशिक?
एकता कौशिक आजम खान के बेटे अदीब की करीबी बताई जा रही हैं.  एकता कौशिक गाजियाबाद के राजनगर सेक्टर 9 में रहती हैं. एकता कौशिक के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके अच्छे रिश्ते हैं.  सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर उनकी काफी फोटो आजम खान व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हैं जो उन्होंने खुद साझा की. 

कब्जे में कई दस्तावेज और उपकरण 
आयकर विभाग की टीम के यूपी और मध्य प्रदेश में करीब 30 परिसरों की तलाशी ली. इस दौरान कई दस्तावेजों और उपकरणों को कब्जे में लिया है. छापेमारी के दौरान सभी ठिकानों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था. रिपोर्ट्स की मानें तो आजम खान के खिलाफ कर चोरी का मामले को भी इस छापेमारी से जोड़कर देखा जा रहा है.साथ ही, इस छापेमारी ने जौहर ट्रस्ट विवाद को भी उभार दिया है.

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सपा ने बताया तानाशाही
वहीं सपा ने आजम खान और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ कर चोरी की जांच के तहत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 30 से अधिक परिसरों पर आयकर विभाग की छापेमारी को ‘‘तानाशाही'' करार दिया है. उन्होंने कहा कि जनता 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा सरकार को करारा जवाब देगी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बिना किसी का नाम लिए छापेमारी को लेकर सरकार पर हमला बोला. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि, ‘‘सरकार जितनी कमजोर होगी, विपक्ष पर छापे उतने बढ़ते जाएगे।'' 

आजम खान पर आरोप
 सपा के दिग्गज नेता आजम खान पर आरोप है कि रामपुर में मौलाना अली जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना में अपने रसूख का इस्तेमाल किया.  सरकार में मंत्री रहने के दौरान उन्होंने इस यूनिवर्सिटी के नाम पर स्थानीय किसानों की जमीन का अधिग्रहण कराया. इसको लेकर ही विवाद शुरू हुआ था.  इस यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए उन्होंने एक ट्रस्ट का गठन किया गया, जिसका नाम मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट रखा गया था. इस ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खान हैं. उनकी पत्नी रामपुर शहर सीट से पूर्व विधायक डॉ. तंजीन फातिमा ट्रस्ट की सचिव हैं. 

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