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गांधी के घर में बना लिया मकान-दुकान और गोदाम, अतिक्रमण देख कोई भी हो जाएगा हैरान

Kushinagar News : बापू की 100वी जयंती पर स्थापित कुशीनगर का यह गांधी घर आज अवैध कब्जे और अतिक्रमण का शिकार हो गया है . करीब दो बीघे में स्थापित यह गांधी घर अवैध कब्जे के चलते सिकुड़ कर महज 1 बीघे में रह गया है.

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गांधी के घर में बना लिया मकान-दुकान और गोदाम, अतिक्रमण देख कोई भी हो जाएगा हैरान
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Zee News Desk|Updated: Oct 01, 2023, 09:10 PM IST

प्रमोद कुमार गोंड़/कुशीनगर : देश को आजादी दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कल यानी  2 अक्टूबर को जयंती है. इस दौरान पूरा देश बापू को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेगा. वहीं, कुशीनगर के कसया नगर में स्थित गांधी घर में भी विविध कार्यक्रम आयोजित कर उनके सिद्धांतों को स्मरण किया जाएगा. बापू की 100वी जयंती पर स्थापित कुशीनगर का यह गांधी घर आज अवैध कब्जे और अतिक्रमण का शिकार हो गया है . करीब दो बीघे में स्थापित यह गांधी घर अवैध कब्जे के चलते सिकुड़ कर महज 1 बीघे में रह गया है.

किसी घर, तो किसी ने गोदाम बना डाला 
अवैध कब्जाधारियों ने इस पर अपना मकान, दुकान और गोदाम बना लिया है. खाली बची जमीन का इस्तेमाल लोग अपना सामान रखने के लिए कर रहे हैं. मरम्मत एवं रखरखाव के अभाव में भवन अब जर्जर हो चुका है. अवैध कब्जाधारियों ने गांधी घर के मुख्य द्वार को भी नहीं छोड़ा है. जिला प्रशासन यदि इस गांधी घर को अवैध कब्जे और अतिक्रमण से मुक्त कराकर उसके पुराने स्वरूप को लौटा दे तो यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

पांच गांधी घर की हुई थी स्‍थापना 
दरअसल, बापू की 100वी जयंती के अवसर पर 1969 में प्रदेश के पांच स्थानों कसया कुशीनगर, मोरा सहारनपुर, जेपी नगर बलिया, नरवल कानपुर और श्रवस्ती जनपद में गांधी घर का निर्माण हुआ था. इन जगहों पर स्थापित गांधी घरों में मुख्य भवन के अतिरिक्त खेल का मैदान, खादी भवन, पानी के लिए कुआं और कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अगरबत्ती, मोमबत्ती और माचिस का निर्माण किया जाता था. 

रोजगार के साधन भी थे 
इन निर्माणधीन सामग्रियों के जरिए लोगों को रोजगार भी प्राप्त होता था. समय के कालचक्र में कसया नगर के इस गांधी घर में खेल का मैदान लोगों के सामान और घास फूस से भरा है तो कुआं कूड़े से पट चुका है. वहीं, कसया नगर के मुख्य मार्ग पर स्थित अरबों की संपत्ति पर लोगों ने कब्जा जमा लिया है. 

जिला प्रशासन नहीं ले रहा सुध 
बचपन की किताबों में बापू के तीन बंदरों वाली कहानी आपने जरूर पढ़ी होगी. इसमें बुरा ना देखो, बुरा ना बोलो और बुरा ना सुनो की बात बताई गई है, लेकिन कुशीनगर कसया नगर में स्थित इस गांधी घर में इन सिद्धांतों के उलट ये सारी बातें होती दिखाई दे रही हैं. गांधी घर के जिम्मेदारों द्वारा जिला प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद प्रशासन इसकी सुधि नहीं ले रहा है. 

प्रभारी मंत्री ने दिया आश्‍वासन 
शासन द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे और अतिक्रमण के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के दिशानिर्देश के बावजूद कसया नगर के गांधी घर से अवैध कब्जा और अतिक्रमण का ना हटाना कही न कही बड़ी प्रशासनिक चूक साबित जान पड़ता है. हलाकि कुशीनगर दौरे पर आए प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र शर्मा से इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिया है. अब देखना यह है प्रभारी मंत्री का यह आश्वासन कब प्रभावी होता है. 

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