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Kanwar Yatra 2024: गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा के 11 रूट, 225 किलोमीटर के मार्ग में चप्पे-चप्पी पर रही पुलिस की नजर

kanwar Yatra 2024 route: सावन में होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियां प्रारंभ कर ली गई हैं. इस यात्रा का अधिकांश भाग यूपी से होकर जाता है. जिसमें गाजियाबाद एक अहम पड़ाव के तौर पर देखा जाता है जिसे लेकर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने भी कमर कस ली है.

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Padma Shree Shubham|Updated: Jul 06, 2024, 01:23 PM IST

गाजियाबाद: सावन के पवित्र माह में होने वाली कांवड़ यात्रा को के लिए तैयारियां तेज हो चुकी है. देश की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होने जा रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से इस यात्रा के काफी रूट कवर होते हैं जिसे लेकर प्रदेश के इस भाग में प्रशासन ने व्यवस्थाओं को लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. गाजियाबाद की बात करें तो यह कांवड़ यात्रियों के लिए एक अहम पड़ाव के तौर पर देखा जाता है. गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने इस संबंभ में ध्यान देना शुरू कर दिया है. बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ कांवड़ यात्रा पर निकले लोगों को परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था की जा रही है. इसमें चौकी, थाना के साथ ही जोन स्तर पर जिम्मेदारियां दी जा रही है. साथ ही पुलिस की तरफ से भी डायवर्जन प्लान जारी कर दिया गया है.    

कांवड़ यात्रा के कुल 11 रूट
जानकारी के मुताबिक मेट्रो सिटी में कांवड़ यात्रा के कुल 11 रूट में से करीब 225 किमी कवर हो पाते हैं और पूरा 225 किमी कैमरों से इस बार कवर करने की योजना तय कर ली गई है. ऐसा पहली दफा हो रहा है जब कांवड़ मार्ग में डार्क स्पॉट नहीं होगा. इस बार कैमरों की संख्या टारगेट के हिसाब से रखा जाएगा. 225 किमी के हिस्से को कवर करने में कैमरे की आवश्यकता को देखते हुए काम किया जा रहा है. सभी पंडाल में कम से कम दो कैमरे इस दौरान सड़क की ओर होंगे. 

9 पुलिसकर्मी की तैनाती
गाजियाबाद में 105 चौकी से होते हुए यात्री निकलेंगे, इसे बीट के रूप में रखा जाएगा और हर एक बीट पर 5 सब-इंस्पेक्टर और कुल 9 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. यात्रा के शुरू होते ही सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर रखी जाएगी. अन्य टीम को भी ड्यूटी जल्दी अलॉट कर दी जाएंगी. अन्य फोर्स को भी रूट में लगा दिया जाएगा. साथ ही मेट्रो सिटी में यात्रा पर नजर रखा जा सके इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे.

पूरा प्लान तय
कांवड़ यात्रा के रूट की बात करें तो मेरठ पुलिस लाइन में चार राज्यों के अफसरों के साथ एडीजी मेरठ जोन डी के ठाकुर ने पूरा प्लान फाइनल कर लिया है. 22 जुलाई से रूट डायवर्ट इसी के हिसाब से हो पाएगा. कांवड़ मार्ग पर कांवड़ियों की संख्या बढ़ने की परिस्थिति में रूट डायवर्ट किया जाएगा. इसके लिए पूरा प्लान तय कर लिया गया है और जल्दी ही इसको लागू किया जाएगा.

महत्वपूर्ण बैठक में रूट पर चर्चा
मेरठ में एडीजी मेरठ जोन डी के ठाकुर की अगुआई में दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा और यूपी के अधिकारियों संग अहम बैठक में रूट डायवर्जन प्लान को कांवड़ियों की संख्या बढ़ने के हिसाब से लागू करने के निर्देश दिए गए जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक यातायात व पुलिस उपाधीक्षक यातायात मौजूद रहे. 

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ज्यादा शिविर होंगे इस बार
कमिश्नरेट से पहले कांवड़ यात्रा में 125 के आसपास गाजियाबाद मेंशिविर थे जोकि 250 के करीब पिछले साल हुए थे और इस साल इसके बढ़ने का अनुमान है. शिविर लगाने के लिए एसीपी लेवल के अधिकारी से अनुमति लेनी होती है. सीसीटीवी लगाना अनिवार्य होता है. पुलिस के अनुसार ज्यादा शिविर से श्रद्धालुओं के साथ सुरक्षा व बाकी की व्यवस्था में मदद मिलती है.

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