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यूपी की मोस्ट वांटेड क्रिमिनल महिला, सिर पर अतीक की पत्नी से भी ज्यादा इनाम

UP Most Wanted Criminal: उत्तर प्रदेश में अपराधियों की कमी नहीं है. लेकिन इनकी कमर अब टूट चुकी है. हाल ही में हुई माफिया अतीक की हत्या के बाद से कई ऐसे अपराधी हैं जिनकी चर्चा फिर होने लगी है. इनमें से ही एक नाम है दीप्ति बहल.

यूपी की मोस्ट वांटेड क्रिमिनल महिला, सिर पर अतीक की पत्नी से भी ज्यादा इनाम
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Gunateet Ojha|Updated: Apr 23, 2023, 05:42 PM IST

UP Most Wanted Criminal: उत्तर प्रदेश में अपराधियों की कमी नहीं है. लेकिन इनकी कमर अब टूट चुकी है. हाल ही में हुई माफिया अतीक की हत्या के बाद से कई ऐसे अपराधी हैं जिनकी चर्चा फिर होने लगी है. इनमें से ही एक नाम है दीप्ति बहल. दीप्ति उत्तर प्रदेश की मोस्ट वांटेज महिला क्रिमिनल है. इसके सिर पुलिस ने 5 लाख रुपये का इनाम रखा है. आइये आपको बताते हैं दीप्ति बहल की अपराध गाथा.

गौर करने वाली बात यह है कि दीप्ति कभी बागपत के एक कॉलेज की प्रिंसिपल हुआ करती थी. दीप्ति लोगों की गाढ़ी कमाई चटकर अब फरार है. दीप्ति बहल की तलाश कई जांच एजेंसियों को है. लोनी की रहने वाली दीप्ति बाइक बॉट घोटाले की मुख्य आरोपियों में से एक है. दीप्ति बहल अपराधी संजय भाटी की पत्नी है. दीप्ति की अपराध की दुनिया कई राज्यों तक फैली हुई है.

मेरठ आर्थिक अपराध शाखा दीप्ति से जुड़े कई मामलों की जांच कर रही है. उसपर 4,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है और देश भर में 250 से अधिक मामले दर्ज हैं. दीप्ति की उम्र तकरीबन 40 या उससे थोड़ा ज्यादा होगी. पहली बार 2019 में घोटाले में उसका नाम सामने आया और पहला मामला दर्ज हुआ. इस केस के दर्ज होने के बाद से दीप्ति फरार है.

मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि दीप्ति उसके पति संजय भाटी और कुछ अन्य आरोपियों ने 20 अगस्त, 2010 को गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (जीआईपीएल) नाम से एक रियल एस्टेट कंपनी शुरू की थी.

ग्रेटर नोएडा से चलाई जा रही यह कंपनी Bike Bot की प्रमोटर बनी. अगस्त 2017 में, भाटी ने अपनी फर्म के माध्यम से 'बाइक बॉट - जीआईपीएल द्वारा संचालित बाइक टैक्सी' योजना शुरू की और दीप्ति को कंपनी में अतिरिक्त निदेशक बनाया गया. अदालत की एक सुनवाई के दौरान, उसके वकील ने दावा किया कि वह कंपनी की एक गैर-कार्यकारी निदेशक थी और उसने 14 फरवरी, 2017 को फर्म से इस्तीफा दे दिया था.

मेरठ में जब दीप्ति के घर की तलाशी ली गई तब पता चला कि वह लगभग 10 साल पहले ही शहर छोड़कर भाग गई थी. बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने घोटाले में दर्ज सभी मामलों को क्लब करने का आदेश जारी किया था. कुछ लोग यह भी कहते हैं कि दीप्ति देश छोड़कर भाग चुकी है. वहीं, संजय भाटी ने 2019 में सूरजपुर की एक स्थानीय अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.

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