trendingNow12337427
Hindi News >>देश
Advertisement

Jammu Kashmir: अमरनाथ यात्रा पर थी आतंकियों की खूनी नजर.. सेना के ऑपरेशन धनुष ने निकाला दहशगर्दों का दम

Operation Dhanush: जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों की अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की योजना थी. मारे गए तीन आतंकी प्रशिक्षित और भारी हथियारों से लैस थे.

Jammu Kashmir: अमरनाथ यात्रा पर थी आतंकियों की खूनी नजर.. सेना के ऑपरेशन धनुष ने निकाला दहशगर्दों का दम
Stop
Syed Khalid Hussain|Updated: Jul 15, 2024, 06:57 PM IST

Indian Army Operation Dhanush: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है.  अमरनाथ यात्रा के बीच आतंकी कई बार जम्मू-कश्मीर को दहलाने की कोशिश कर चुके हैं. हाल ही में उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में एलओसी पर सेना के सफल ऑपरेशन में आतंकियों की घुसपैठ कोशिश को नाकाम कर दिया गया. इस ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए. इन आतंकियों के निशाने पर अमरनाथ यात्रा को बाधित करना था.

ऑपरेशन धनुष-2 शुरू..

सेना द्वारा एलओसी के पास संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के बाद रविवार को ऑपरेशन धनुष-2 शुरू किया गया था. केरन सेक्टर की 268 ब्रिगेड के कमांडर एन एल कुर्कर्णी ने कहा कि ऑपरेशन धनुष एक बड़ी सफलता है. भारतीय सेना ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है.

कई लॉन्च पैड्स में आतंकवादियों की मौजूदगी

कमांडर ने कहा कि कुपवाड़ा के केरन सेक्टर के सामने कई लॉन्च पैड्स में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में कई इनपुट थे. इनपुट में कहा गया था कि आतंकवादी घुसपैठ करने और सामान्य रूप से सामान्य स्थिति और विशेष रूप से अमरनाथ यात्रा को बाधित करने के उद्देश्य से भीतरी इलाकों में तोड़फोड़ और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए पिछले कुछ हफ्तों से नियंत्रण रेखा के आगे के क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने आक्रामक निगरानी रखनी शुरू की थी.

केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश

उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को हमारे अपने सैनिकों और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा घने जंगल का फायदा उठाकर केरन सेक्टर में घुसपैठ करने की योजना बना रहे विदेशी आतंकवादियों के समूह के बारे में विशेष इनपुट दिए गए थे. जिसके बाद से 13 और 14 जुलाई की रात से सेना, बीएसएफ और जेकेपी हाई अलर्ट पर थे. 14 जुलाई को दोपहर करीब 3 बजे बाड़ के पार तीन आतंकवादियों की हरकतें देखी गईं. उनपर कड़ी निगरानी रखी गई. आतंकवादियों की हरकतों पर नज़र रखी गई. घने जंगल और खराब दृश्यता का फायदा उठाकर आतंकवादी नियंत्रण रेखा पार कर बाड़ की ओर बढ़ गए. वहां घात लगाकर हमला किया गया और आतंकवादी को नियंत्रण रेखा के पास ही एंगेज किया गया.

3 आतंकी ढेर

कमांडर ने बताया कि आतंकवादी भारी हथियारों से लैस, अच्छी तरह प्रशिक्षित और उच्च उपकरणों से लैस थे. मुठभेड़ में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. बरामदगी में तीन एके 47, 4 पिस्तौल, 6 हथगोले, पाकिस्तानी मार्का सिगरेट और खाद्य पदार्थ शामिल हैं. मुठभेड़ रविवार को शुरू हुई जब सैनिकों ने घुसपैठों को टारगेट किया. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया.

सेना का सफल ऑपरेशन

केरन सेक्टर और निकटवर्ती LOC के अन्य क्षेत्रों में संभावित आतंकवादी घुसपैठ के बारे में लगातार मिल रही सूचनाओं के बाद ऑपरेशन धनुष-2 शुरू किया गया है. सेना की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने एक बार फिर LOC की सुरक्षा और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है. सुरक्षा बल यह सुनिश्चित करने के लिए आपरेशन जारी रखे हुए हैं कि क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित है और वहां कोई अन्य आतंकवादी मौजूद नहीं है.

घुसपैठ का पारंपरिक मार्ग..

कई एजेंसियों को सूचना मिली है कि केरन सेक्टर के माध्यम से, जो अपने चुनौती पूर्ण भूभाग के कारण घुसपैठ का पारंपरिक मार्ग है, विदेशी आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के प्रयास किए जा सकते हैं. इस क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा सक्रिय अभियान आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. घुसपैठ के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना, बीएसएफ और जेके पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

Read More
{}{}