Magician Shiv Kumar Challenges Dhirendra Krishna Shastri: देश के नामी जादूगर शिव कुमार ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती दी है. उन्होंने कहा है कि संसार में कोई अलौकिक या दिव्य शक्ति नहीं है. जादू चमत्कार या अलौकिक नहीं है. यह साइंस का ही एक रूप है. इसे ऐसे पेश किया जाता है, जिससे सामने वाले को यह जादू प्रतीत होता है. जादूगर शिवकुमार ने कहा है कि जादू बहुरंगी, मेडिटेशन और योग का समावेश है. यह मिश्रित कला है. यह कोई भगवान का चमत्कार नहीं है. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री के बयानों के बाद चमत्कार को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है.
'जादूगरों के आगे चमत्कार साबित करें बाबा'
शिव कुमार ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा है कि वह जादूगरों के आगे अपना चमत्कार साबित करें. इसके बाद तमाम जादूगर उनके आश्रम में सेवा करने लग जाएंगे. भारत के करीब 28 जादूगरों को शिव कुमार ने अलवर बुलाया है. उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म में ईश्वर है यह हमारी आस्था है, विश्वास है. यह होना चाहिए. लेकिन ईश्वर का नाम लेकर उसको दिव्य शक्ति या चमत्कार बताना अंध विश्वास है. इस अंधविश्वास में लोगों को पड़ना नहीं चाहिए. यह एक आर्ट है. 30 साल से मैं इस इसी कला से लोगों को सूचना दे रहा हूं.
'मैंने कला को धर्म से नहीं जोड़ा'
जादूगर शिव कुमार ने कहा कि मैंने कभी जादू की इस कला को धर्म से नहीं जोड़ा. लाइमलाइट में नहीं आया. मैं इसे धर्म से जोड़कर दिखाऊंगा तो बवाल होने लगेगा. इसे मैंने सिर्फ साइंस से जोड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि हम लोगों के दोस्तों के नाम, उनके एटीएम पिन नंबर, कार का नंबर बता सकते हैं तो मरीजों की बीमारियों के बारे में भी बता सकते हैं.हम जादूगर होकर ये सब कर रहे हैं जबकि धीरेंद्र शास्त्री बाबा बनकर. उन्होंने कहा कि मैं जादू का काम बाबा बनकर करूंगा तो लोग मेरी पूजा करेंगे. हजारों-लाखों अनुयायी बनेंगे. लेकिन यह सिर्फ लोगों के मनोरंजन का साधन हो सकता है लेकिन उनके विश्वास से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए.
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