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Udaipur News: प्री-वेडिंग शूट और DJ पर लगा बैन, क्लीन शेव दूल्हा ही चढ़ सकेगा घोड़ी!

Udaipur News: मेनार गांव में आयोजित की गई पंचायत में सभी ने समाज में बसी कुरीतियों को बंद करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही शादी में जो कुछ भी फिजूल खर्चे उठाए जाते हैं, उनको रोकने के लिए यह कदम उठाए हैं. मेनार समाज का मन है कि इससे आदर्श समाज का निर्माण होगा और उनके फैसले की चारों तरफ तारीफ ही हो रही है. 

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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Apr 02, 2024, 02:07 PM IST

Udaipur News: आजकल की शादियों में जब तक डीजे या प्री वेडिंग शूट ना हो, तब तक शादियां  मानों अधूरी सी रहती हैं. ज्यादातर कपल्स बिना प्री वेडिंग के अपनी शादी नहीं करते हैं तो वहीं, शादियों में धूम मचाने के लिए डीजे की भी व्यवस्था रहती है लेकिन राजस्थान के उदयपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां पर मेनारिया समाज में फैसला लिया गया है कि अब शादी से पहले प्री वेडिंग नहीं होगी. इतना ही नहीं शादी में जो भी युवा दूल्हा बनेगा, वह पूरी तरह से क्लीन शेव रहेगा यानी कि उसे अपनी दाढ़ी हटानी पड़ेगी तभी वह घोड़ी चढ़ पाएगा. 

यहां तक की डीजे पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब मेनारिया समाज में केवल महिलाएं ही डांस कर सकेंगी. इसके अलावा शादी या फिर गौमानी में पारिवारिक जनों को केवल पेरावणी दी जाएगी बाकी किसी के लिए कोई सामान नहीं दिया जाएगा. मायरा की बात करें तो इस दौरान केवल 11 पेरावणी और इतनी ही साड़ियां दी जाएंगी. यह सारे फैसले में मेनारिया समाज के सुझाव में शामिल दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों की महापंचायत में लिया गया. 

मेनार गांव में आयोजित की गई पंचायत में सभी ने समाज में बसी कुरीतियों को बंद करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही शादी में जो कुछ भी फिजूल खर्चे उठाए जाते हैं, उनको रोकने के लिए यह कदम उठाए हैं. मेनार समाज का मन है कि इससे आदर्श समाज का निर्माण होगा और उनके फैसले की चारों तरफ तारीफ ही हो रही है. 

बचाए जाएंगे रिश्ते
वहीं अगर शादी के बाद दोनों तरफ से कोई भी रिश्ता टूट रहा है या कोई और बात है तो दोनों ही परिवारों के लिए एक खास बैठक बुलाई जाएगी. दोनों के बीच रिश्ते ठीक करने के लिए समझाइश की जाएगी. 

मेनार समाज में कौन से फैसले लिए गए 
प्री वेडिंग पर पूरी तरह से बैन रहेगा. शादी में दूल्हे को एकदम क्लीन शेव करना होगा. 

मांगलिक कार्यक्रमों में तय की गई पगड़ियों के अलावा लिफाफा देने की प्रथा बंद की जाएगी. 

जो लोग माता-पिता की सेवा नहीं करेंगे, उन्हें दंडित भी किया जाएगा. 

बिंदोली, शादी या किसी अन्य धार्मिक कार्यक्रम में अब केवल महिलाएं ही नृत्य करेंगी. 

बिंदोली या फिर बारात में घोड़ी को दो पैरों पर नचाने का रिवाज बंद होगा. इसके साथ ही चारपाई नृत्य भी बैन होगा. 

गौमानी या फिर शादी में केवल परिवारीजन को ही पेरावणी दी जाएगी. मायरा भी सीमित ही भरा जाएगा.

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