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कोटा में सम्मान समारोह आयोजित, घड़साना की चंद्रिका महेश्वरी को मणिकर्णिका अवार्ड 2022 से नवाजा गया

बालिका दिवस पर श्री गंगानगर जिले के घड़साना की बेटी चंद्रिका महेश्वरी को कोटा में हुए माहेश्वरी समाज के अखिल भारतीय कार्यक्रम में मोस्ट क्रिएटिव मणिकर्णिका अवार्ड 2022 से नवाजा गया.   

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कोटा में सम्मान समारोह आयोजित, घड़साना की चंद्रिका महेश्वरी को मणिकर्णिका अवार्ड 2022 से नवाजा गया
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Oct 15, 2022, 07:42 PM IST

घड़साना: राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कोटा में सम्मान समारोह आयोजित किया गया. जिसमें घड़साना की बेटी ने अवार्ड जीत कर देशभर में अपना लोहा मनवाया. माहेश्वरी समाज के अखिल भारतीय कार्यक्रम में बालिकाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा खेल तथा उत्थान के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगो को सम्मानित किया गया. इस दौरान घड़साना क्षेत्र की बालिका चंद्रिका महेश्वरी को भी सम्मान से नवाजा गया.

चंद्रिका महेश्वरी को महेश्वरी समाज के द्वारा मोस्ट क्रिएटिव मणिकर्णिका 2022 अवार्ड से नवाजा गया. चंद्रिका महेश्वरी का इससे पूर्व बॉक्सिंग कोच के रूप में चयन हुआ था.

 यह क्षेत्र के लिए गौरव की बात है कि एक छोटे से कस्बे की बालिका खेल के माध्यम से आज देशभर में अपनी पहचान बना रही है. चंद्रिका महेश्वरी घड़साना की पूर्व चेयरमैन कुसुम जयदीप महेश्वरी की पुत्री हैं, प्रारंभिक दिनों से ही बॉक्सिंग में हुनर होने के कारण परिवार ने उन्हें बॉक्सिंग एकैडमी में भेज दिया.

 परिणाम स्वरूप अनेक बार गोल्ड सिल्वर मेडल से नवाजा गया. बालिका दिवस के इस अवसर पर चंद्रिका महेश्वरी ने कहा कि महेश्वरी समाज द्वारा जो सम्मान दिया गया है. उसे में शब्दों में बयां नहीं कर सकती. मैं सदैव अपना बेहतर प्रदर्शन देने का प्रयत्न करूंगी. यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षित समाज में भ्रूण हत्या के ज्यादा मामले सामने आते हैं. 

बालिकाओं को उनके भविष्य के लिए कहा कि राज्य सरकार हर कदम पर बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं बेहतर भविष्य के लिए उनके साथ हैं, उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या और लड़के लड़की में अन्तर करने वाले लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिये. उन्होंने समाज से इन बुराइयों को उखाड़ फेंकने में शिक्षकों की भूमिका को महत्त्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि आज बहुत सी बेटियां अपने हौसले जज्बे और हुनर से राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभा रही हैं.

 बालिकाओं की स्थिति में सुधार के लिए जरूरी है कि लोगों की मानसिकता बदले, जहां अब भी दहेज और असुरक्षित समाज के कारण लड़की को बोझ समझा जाता है. उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव की शुरुआत परिवार की महिला ही कर सकती है.

चंद्रिका महेश्वरी को अवार्ड मिलने के बाद घड़साना में खुशी की लहर फैल गई. वहीं, दूसरी ओर सरपंच संदीप ढिल्लों एवं मोहन दास नायक ने दूरभाष पर चंद्रिका महेश्वरी एवं जयदीप महेश्वरी को बधाई दी जयदीप माहेश्वरी ने समाज एवं जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया.

जिला रिपोर्टर- कुलदीप गोयल

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