trendingNow/india/rajasthan/rajasthan11863473
Home >>Rajasthan Politics

राजस्थान में शिवसेना की एंट्री और राजेंद्र गुढ़ा के शामिल होने के क्या है सियासी मायने, समझिए

राजस्थान की राजनीति में अब शिव सेना की एंट्री हो गई है. गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री एवं झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आज शिंदे गुट की शिव सेना ज्वाइन की. जिन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी ज्वाइन करवाई.

Advertisement
राजस्थान में शिवसेना की एंट्री और राजेंद्र गुढ़ा के शामिल होने के क्या है सियासी मायने, समझिए
Stop
Sandeep Kedia|Updated: Sep 09, 2023, 08:10 PM IST

राजस्थान की राजनीति में अब शिव सेना की एंट्री हो गई है. गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री एवं झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आज शिंदे गुट की शिव सेना ज्वाइन की. जिन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी ज्वाइन करवाई. साथ ही राजेंद्र सिंह गुढ़ा को शिव सेना के राजस्थान प्रदेश इकाई का समन्वयक का नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इस मौके पर गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान की राजनीति को बदलेंगे. तो वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकास के लिए राजस्थान में काम करेंगे. लेकिन यह साफ नहीं किया कि शिव सेना अकेले ही राजस्थान में चुनाव लड़ेगी या फिर एनडीए के तहत भाजपा के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेगी. लेकिन गुढ़ा के इस कदम ने राजस्थान की राजनीति में हलचल पैदा कर दी.

राजस्थान की राजनीति में नई हलचल

आज झुंझुनूं के गुड़ा गांव में एक बार फिर विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा ने राजस्थान की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुड़ा गांव पहुंचकर पूर्व मंत्री विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर शिंदे ने कहा कि राजस्थान में चुनाव अभी दूर है. पार्टी ने आज से शिव सेना की एक मजबूत शुरूआत राजस्थान में की है. जो भी निर्णय होंगे. वो जनता के हित को ध्यान में रखते हुए लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सच्चाई की लड़ाई और विचारधारा से समझौता ना करते हुए मंत्री पद त्याग दिया. शिव सेना भी विचारधारा से कभी समझौता नहीं करते. राजेंद्र सिंह गुढ़ा हमारे साथ आएं है. शिव सेना पूरा सहयोग गुढ़ा को देगी. उन्होंने कहा कि शिव सेना को जनता का काम करता है. जनता की प्रगति करनी है. राज्य का विकास करना है. युवाओं को नौकरी, क्षेत्र में उद्योग, महिलाओं की सुरक्षा, मजबूत कानून व्यवस्था व किसानों की प्रगति को ध्यान में रखते हुए काम करेंगे. शिव सेना चुनाव क्षेत्र के विकास के लिए लड़ती है. राजस्थान में विकास की राजनीति करेंगे. भाजपा के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ने पर शिंदे बोले कि जैसा लोगों के हित में होगा. वो ही निर्णय किया जाएगा.

गुढ़ा बोले- मेरे साथ अन्याय हुआ

इस मौके पर राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक बार फिर राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जोड़-तोड़, गोटी फिट करने, मैनेजमेंट, राजी करने की राजनीति हो रही है. वो बदलेंगे. भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे. जनता फैसला करें, नौजवान फैसला करेगी. ऐसी सरकार लाएंगे. जो भी योजनाएं बनेगी वो गरीबों और नौजवानों को पूछकर बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि गरीब और मेहनत करने वाला नौजवान पीछे रह जाता है. मंत्री के रिश्तेदार एसडीएम, डीएसपी व डॉक्टर बन जाते है. आरपीएससी का बंटाधार करने वालों की अब खैर नहीं. उन्होंने कहा कि अब तो एसीबी के रिटायर्ड डीजी ने भी सरकार की मंशा को सबके सामने ला दिया है. सरकार ही भ्रष्टाचारियों को बढावा दे रही है. उन्होंने कहा कि मेरे साथ 36 कौम के साथी है. जहां जहां अन्याय हुआ. वहां वहां मैं खड़ा रहा और खड़ा रहूंगा.

राजेंद्र सिंह गुढ़ा के शिव सेना ज्वाइन के कार्यक्रम की सारी बागडोर गुढ़ा के बेटे शिवम गुढ़ा ने संभाल रखी थी. शिवम गुढ़ा के जन्मदिन पर ही यह कार्यक्रम गुड़ा गांव में किया गया. जहां पर पहले शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आने वाले थे. लेकिन जी—20 का कार्यक्रम होने के कारण वे सुबह ही पहुंचे. लेकिन उनका स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में लोग गुड़ा पहुंचे. इस मौके पर पहले लिबर्टी फॉर्म हाउस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुढ़ा को पार्टी ज्वाइन करवाई. इसके बाद शिवम गुढ़ा को भी जन्मदिन की बधाई दी. लेकिन हजारों लोगों की भीड़ को देखकर खुद मुख्यमंत्री भी खुद को नहीं रोक पाए. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम ना होने के बावजूद वे सभा स्थल पहुंचे और सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिव सेना अब राजेंद्र सिंह गुढ़ा के साथ है. इधर मुख्यमंत्री ने भी शिवम गुढ़ा की प्रशंसा करते हुए कहा कि काफी छोटी उम्र में ही शिवम ने जो राजनीति के जरिए समाज सेवा का काम संभाला है. उससे लगता है कि ना केवल शिवम गुढ़ा का, बल्कि क्षेत्र का भविष्य सुंदर है.

आपको बता दें कि अब ना केवल झुंझुनूं की, बल्कि राजस्थान की राजनीति में शिव सेना की एंट्री के बाद कई समीकरण बनें है तो कई समीकरण बिगड़ने भी शुरू हो गए है. माना जा रहा है कि शिव सेना, भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और कम से कम 5 से 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. ऐसे में भाजपा के टिकट दावेदारों की नींद उड़ी हुई है. तो वहीं कांग्रेस को भी ऐसी कुछ सीटों पर हार का डर सताने लग गया है. हालांकि राजेंद्र सिंह गुढ़ा को अभी तक कांग्रेस ने पार्टी से बाहर नहीं किया है. वहीं गुढ़ा ने भी कांग्रेस छोड़ने की कहीं कोई बात नहीं की है. लेकिन गुढ़ा ने शिव सेना ज्वाइन कर अपने इरादे बता दिए है कि वे कांग्रेस के साथ अब नहीं है.

ये भी पढ़ें-

Rajasthan Weather Update: बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम,इन जिलों में तेज बारिश

Trending Quiz: बताइए! ऐसी कौन सी चीज है, जो मर्द में दो और औरत में तीन होती हैं?

Read More
{}{}