Rajasthan Politics : किरोड़ी लाल मीणा से टकराव के बाद अब मदन दिलावर बैकफुट पर आ गए हैं. उन्होंने कहा, कि हमारे बीच पिता-पुत्र जैसे संबंध हैं. राजस्थान में अधिकारियों के तबादले को लेकर दो मंत्रियों के बीच टकराव की खबरों के बीच शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा, कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, यह सारा विवाद मीडिया की रचना है.
किरोड़ी लाल मीणा मेरे संरक्षक - दिलावर
किरोड़ी लाल मीणा मेरे बड़े भाई की तरह हैं और मैं उन्हें अपने संरक्षक मानता हूं. उन्होंने कहा, कि मैं उनका बहुत आदर करता हूं और हमारे संबंध पिता-पुत्र जैसे हैं. वास्तव में, किरोड़ी लाल मीणा ने कृषि विभाग के इंजीनियरों का तबादला कर उन्हें जिला परिषद और पंचायत समितियों में नियुक्त किया था.
इंजीनियरों के तबादलों पर रोक लगा दी थी
पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने इंजीनियरों के तबादलों पर रोक लगा दी थी, जिससे विवाद की शुरुआत हुई. अब इस मामले में स्थिति साफ हो गई है, और पंचायती राज विभाग ने कृषि विभाग से आए इंजीनियरों के तबादलों पर से आपत्ति हटा ली है. मदन दिलावर आज अपने गृह क्षेत्र कोटा में थे, जहां उन्होंने स्वामी विवेकानंद नगर में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. मौके पर ही अधिकारियों को समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने पिछली जनसुनवाई के दौरान आई समस्याओं की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
क्या था पूरा मामला?
कुछ दिन पहले कृषि विभाग ने इंजीनियरों का तबादला कर उन्हें जिला परिषद और पंचायत समितियों में नियुक्त किया था. यह आदेश कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के निर्देशों पर जारी हुए थे, लेकिन पंचायती राज मंत्री मदन लाल दिलावर ने इन तबादलों पर रोक लगा दी थी. ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग ने कृषि विभाग के इन आदेशों को मानने से इनकार कर दिया था.