trendingPhotos1899447/india/rajasthan/rajasthan
PHOTOS

Rajasthan: सियासत के अजब रंग! किसी ने साफ किया टॉयलेट, तो किसी ने छुए विरोधी के पैर, किसी ने लगाए यूनिक पोस्टर

Rajasthan Strange politics: अजी सियासत क्या नहीं करवाती है? चुनाव आते हैं तो जनता जनार्दन के जूते पॉलिश कर देते हैं तो उनके उनके टॉयलेट की भी सफाई करने पहुंच जाते हैं. विरोधियों के भी पैर छू लिए जाते हैं और तो और विरोधियों की सभा से आग बबूला होकर गुस्सा बेचारी पुलिस पर उतार दिया जाता है.

Advertisement
1/5
ये है राजस्थान की सियासत
ये है राजस्थान की सियासत

 देखिए इन तस्वीरें को जिसमें छुपे हैं रंग रंगीले राजस्थान के सियासी रंग

2/5
बूट पॉलिश के बाद टॉयलेट की सफाई
बूट पॉलिश के बाद टॉयलेट की सफाई

यह तस्वीर दौसा के महुआ से विधायक ओमप्रकाश हुडला की है. जिन्होंने अस्पताल पहुंच कर गंदे टॉयलेट की सफाई की तो नुक्कड़ पर बैठकर कार्यकर्ता के जूते भी पॉलिश किए. यह तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.

 

3/5
छूए विरोधी के पैर
छूए विरोधी के पैर

ये तस्वीर राजस्थान के बाड़मेर से सामने आई. जहां श्राद्ध सभा में पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पैर छूता हुआ यह शख्स कोई और नहीं बल्कि बाड़मेर में कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन हैं. हालांकि यह एक सुखद तस्वीर भी है, जहां सियासी भेदभाव भुलाकर शिष्टाचार निभाते हुए अभिनंदन किया गया.

 

4/5
सेवा करने को तत्पर सेवक
सेवा करने को तत्पर सेवक

यह पोस्ट राजस्थान के चूरू से सामने आया है. जहां चूरू विधानसभा क्षेत्र से कालू भाई जोरदार सेवा करने को तत्पर नजर आ रहे हैं. निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे कालू भाई का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है. इस पोस्टर से कालू भाई ने छह बिंदुओं में जन सेवा करने का वादा किया है.

 

5/5
विरोधी का गुस्सा पुलिस पर उतारा
विरोधी का गुस्सा पुलिस पर उतारा

यह तस्वीर राजस्थान के ओसियां से सामने आई है. जहां तेजतरार विधायक के रूप में पहचान रखने वाली दिव्या मदेरणा पुलिसकर्मी को ही लताड़ लगाती नजर आ रही है. दरअसल दिव्या मदेरणा इसलिए भड़क गई क्योंकि उन्हीं के क्षेत्र में उनके सियासी विरोधी हनुमान बेनीवाल की सभा चल रही थी, जिसके लिए पुलिस सुरक्षा वहां लगाई गई थी. जिस पर उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि ऐसी कौन सी चूड़ियां पहन रखी है जो अब तक महिला विधायक पर हमला करने वालों को नहीं पड़ा और हनुमान बेनीवाल की सभा में चले गए.





Read More