Rajasthan News : राजस्थान के नागौर से एक अच्छी खबर है. आपको बता दें कि नागौर के डीडवाना में जलदाय विभाग का नवाचार चर्चा का विषय बना हुआ है. राष्ट्रभक्ति एक नाम नही है, यह राष्ट्र के प्रति प्रेम भावना से ओतप्रोत होकर किए जाने वाले कृत्य का नाम राष्ट्रभक्ति है. देशभर में लोग अपने अपने हिसाब से राष्ट्रभक्ति दिखाकर राष्ट्र के प्रति अपना समर्पण भाव दिखाते हैं, आज हम डीडवाना में जलदाय विभाग कार्यालय में लोकसेवक द्वारा राष्ट्र के प्रति अपने सम्मान और राष्ट्रभक्ति की की गई अनूठी मिसाल से रूबरू करवाएंगे.
जैसे ही कार्यालय का समय हुआ, तो एक कर्मचारी घंटी बजाने पंहुचता है और यह घंटी लगी हुई है. जलदाय विभाग कार्यालय के मुख्य द्वार पर घंटी बजते ही जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता सहित विभाग में कार्यरत सभी कार्मिक एक जगह इकट्ठा हो जाते हैं, और अधिशासी अभियंता जेके चारण और सभी कार्मिक राष्ट्रगान की शुरू करते हैं.
राष्ट्रगान संपन्न होते ही भारत माता की जय हो के नारे लगाकर भारत माता का वंदन करते हुए सभी कार्मिक अपने अपने कक्ष में पहुंचकर अपने कार्य दिवस की शुरुआत करते हैं. अधिशासी अभियंता जेके चारण का कहना है की हम सब लोकसेवक है राष्ट्रीयता की भावना से ही हमे आम जन के काम करने होते है.
चारण ने बताया की राष्ट्रगान की शुरुआत के पीछे उद्देश्य यह है कि राष्ट्रगान से कार्यदिवस की शुरुआत से भावना यह है कि राष्ट्रगान काम के प्रति इस तरह से जुड़ाव रखेगा. कार्मिक में राष्ट्रीयता की भावना जागृत होगी और राष्ट्रीयता की भावना से अपना काम करेगा साथ ही टीम भावना और नैतिक मूल्यों में भी वृद्धि होगी,इसी भावना से राष्ट्रगान की शुरुआत की गई है, इस शुरुआत को तीन महीने से ज्यादा समय हुआ लगातार जारी है.
ये भी पढ़ें- राजस्थान के जोधपुर में सम्राट मिहिर भोज के नाम से हटाया गुर्जर, गुर्जर समाज में गुस्सा