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18 साल के अशोक चौधरी ने बनाया ऐसा उपकरण जिससे बिजली की खपत में कमी से हर साल बचेंगे करोड़ों रुपये

नागौर जिले के रोल निवासी अशोक डिडेल ने एक ऐसा आविष्कार किया जिससे घर की पुरी लाइटिंग सिस्टम ओटोमेटिक हो गया. आप कभी भी कहीं भी हो घर की पुरी लाइटिंग सिस्टम अपने मोबाइल से मैनेज कर सकते हैं. 

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नागौर के अशोक ने लाइटिंग स्वीच बोर्ड का  किया आविष्कार.
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Damodar Prasad|Updated: Nov 28, 2022, 05:59 PM IST

Nagaur News: कहते हैं अगर मन में कुछ करने की इच्छा और हौसला हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है और ऐसा ही कर दिखाया नागौर जिले के रोल गांव के अशोक चौधरी ने, जिन्होंने मात्र अठारह वर्ष की आयु में एक ऐसा कारनामा करने की सोच ली. अगर वो बन गया तो फिर कभी भी बिजली का संकट नहीं आयेगा.

नागौर के अशोक ने लाइटिंग स्वीच बोर्ड का  किया आविष्कार

नागौर जिले के रोल निवासी अशोक डिडेल ने एक ऐसा आविष्कार किया जिससे घर की पुरी लाइटिंग सिस्टम ओटोमेटिक हो गया. आप कभी भी कहीं भी हो घर की पुरी लाइटिंग सिस्टम अपने मोबाइल से मैनेज कर सकते हैं. जीहां, नागौर जिले के अशोक ने एक ऐसा लाइटिंग स्वीच बोर्ड का आविष्कार किया जो पुरा ओटोमेटिक है.

सिस्टम मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट से भी जुड़ा 

ओटोमेटिक टाइमिंग के साथ ही घर की लाइट चालू होती है और ओटोमेटिक ही घर की लाइटें बंद होती है. अशोक ने घर की लाइटिंग व्यवस्था और घर की फिजूल बिजली खर्च को रोकने के लिए इस सेंसर युक्त स्विच बोर्ड का आविष्कार किया है. ‌ इस पुरे बोर्ड को बनाने के लिए मात्र 1500 रूपए का खर्च आया है और अब घर की सालाना लाखों रूपयों की बिजली की बचत हो रही है. यह पुरा सिस्टम मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट से भी जुड़ा हुआ है और अगर घर की लाइटिंग सिस्टम चालू रह जाता है और आप कभी दूसरी राज्य या देश में हो तो भी आप वहीं से घर की लाइटिंग को चालू या बंद कर सकते हो.

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अशोक डिडेल ने अपने इलेक्ट्रॉनिक स्विच बोर्ड को घर की लाइट सिस्टम में जोड़ा है और ओटोमेटिक स्विच बोर्ड तीन अलग अलग चरण में कार्य करता है. अशोक ने बताया कि सबसे पहले यह ओटो लाइट ओन ओफ टच माध्यम से काम करता है. दूसरा यह ओटो लाइट ओटोमेटिक काम करता है और तीसरा ओटो कंट्रोल ह्यूमन बॉडी सेंसर द्वारा स्कैन करके काम करता है जिससे रूम या घर के अंदर कोई प्रवेश करेगा तो लाइटिंग सिस्टम चालू होगा और बाहर निकलते ही अपने आप बंद हो जायेगा. इस पुरे सिस्टम को मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से भी जोड़ा हुआ है और मोबाइल के माध्यम से ही घर की लाइटिंग व्यवस्था चालू बंद की जा सकती है. 

अशोक ने बताया कि इस ओटोमेटिक स्मार्ट स्विच बोर्ड से घर , ऑफिस , दफ्तर , कारखानों में लगाने से वहां की बिजली खपत कम की जा सकती है और बिजली की फिजूल खर्ची पर रोक लगाई जा सकती है. हाल ही दिनों में देश प्रदेश में बिजली का संकट आ रखा है. समय पर बिजली नहीं मिल रही है और कहीं बिजली की खपत अनावश्यक रूप से हो रही है तो उसमें यह उपकरण काफी फायदेमंद साबित होगा.

बड़ा होकर अशोक बनना चाहता है बिजनेसमैन

अशोक ने बताया कि वह बड़ा होकर एक बड़ा बिजनेसमैन बनना चाहता है और इस प्रकार के उपकरण बना कर घर घर तक पहुंचाना चाहता है ताकि देश में होने वाली फिजूल बिजली खर्च को रोका जा सके और बेरोजार युवाओं को रोजगार और उनको उनका हुनर मिले सके.

परिवार का पुरा सहयोग

अशोक के पिताजी भारतीय सेना से रिटायर फौजी है मां गृहणी और एक अशोक का भाई और एक बहन है. सभी अशोक को इस प्रकार के उपकरण बनाने में भी मदद करते हैं. अशोक ने बताया कि वहीं रोजाना पढ़ाई के साथ साथ चार पांच घंटे इसी प्रकार के प्रयोगों की खोज करने के लिए इंटरनेट पर ढूंढता रहता है. वहीं अशोक ने बताया कि आज का जमाना पुरा डिजिटल है और घरों में भी अभी डिजिटल युग के आधार पर कुछ अलग होना चाहिए. इसी को लेकर ओटोमेटिक स्मार्ट स्विच बोर्ड बनाया. इससे पहले भी अशोक ने की इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाए हैं और जिला स्तर पर भी सम्मानित हो चुके हैं. अशोक का कहना है कि उसका यह प्रयोग देश में हर घर तक पहुंचना चाहिए.

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