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Gajendra Singh Shekhawat : गजेंद्र सिंह शेखावत ने ली कैबिनेट मंत्री की शपथ, जानें कैसा रहा पॉलिटिकल करियर

Gajendra Singh Shekhawat : राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट पर जीत के बाद गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) को मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली है.   

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Gajendra Singh Shekhawat
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Shiv Govind Mishra|Updated: Jun 09, 2024, 08:19 PM IST

Gajendra Singh Shekhawat : राजस्थान बीजेपी के कद्दावर नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Chunav 2024) में लगातार तीसरी बार जीत के बाद उन्हें मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली हैं. उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. तो चहिए जानते हैं कैसा रहा उनका पॉलिटिकल करियर?

कितने वोटों से मिली जीत?

जोधपुर लोकसभा सीट से शेखावत ने कांग्रेस के करण सिंह उचियारदा को 1.14 लाख वोटों से हराया. हालांकि, इस बार उनकी जीत का अंतर पिछले चुनावों की तुलना में कम रहा. 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की चंद्रेश कुमारी को 4 लाख से अधिक वोटों से पराजित किया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में शेखावत ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया था.

संगठन में भी खासा दबदबा

गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान में बीजेपी के जाने-माने नेता हैं. वे मौजूदा समय में जोधपुर से सांसद हैं और मोदी सरकार में जल शक्ति मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे हैं. वे 2 बार से लगातार जोधपुर से जीत दर्ज करते आ रहे हैं. इस बार भी पार्टी ने उन्हें इसी सीट से चुनाव में उतारा गया था, सरकार के साथ ही संगठन में भी उनका अच्छा खासा दबदबा है. वे पार्टी के पंजाब राज्य संगठन के प्रभारी भी हैं. वे पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं. 

रिकॉर्ड वोटों से जीता छात्र संघ चुनाव

गजेंद्र सिंह शेखावत का जन्म 1967 में एक राजपूत परिवार में हुआ था. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी. वे ABVP से जुड़े और वर्ष 1992 में जोधपुर की जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी में छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्होंने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल कर अपना झंडा गाड़ दिया था. 

2014 में लड़ा पहला लोकसभा चुनाव

राजनीति में प्रवेश करने से पहले वे RSS के सीमांत लोक संगठन में काफी सक्रिय रहे. यूनिवर्सिटी में छात्र संघ अध्यक्ष बनने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा में शामिल होकर उसके महासचिव बने. इसके बाद उन्होंने 2014 में पहला लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई. इसके बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वे फिर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे.

दूसरे चुनाव में वैभव गहलोत को हराया

दिलचस्प बात ये रही कि 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोधपुर से वैभव गहलोत को उतारा था. उस वक्त राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी और अशोक गहलोत राज्य के सीएम थे. अपने बेटे वैभव गहलोत को जीत दिलाने के लिए पूरी सरकार और कांग्रेस पार्टी जुटी हुई थी. इसके बावजूद गजेंद्र शेखावत ने करीब पौने तीन लाख वोटों के भारी-भरकम अंतर से उन्हें हरा दिया था. अब वे एक बार फिर जोधपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं. देखने लायक बात होगी कि वे इस बार वे चुनाव में कितने खरे उतर पाते हैं. 

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