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बिना स्वीकृति के खोदी चारागाह भूमि, कार्रवाई के डर से सबूत मिटा रही ग्राम पंचायत

कोटा जिले के खैराबाद ग्राम पंचायत की खसरा न 552 की भूमि जो चारागाह भूमि है. पहले इसे ग्राम पंचायत सरपंच ने रेलवे ट्रैक ठेकेदार से खुदवाया और अब आधिकारिक स्तर पर कार्रवाई होने लगी तो चारागाह भूमि खोदने के सबूत मिटाए जा रहे है.

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खोदी चारागाह भूमि
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jun 03, 2022, 05:47 PM IST

Ramganj Mandi: राजस्थान के कोटा जिले के खैराबाद ग्राम पंचायत की खसरा न 552 की भूमि जो चारागाह भूमि है. पहले इसे ग्राम पंचायत सरपंच ने रेलवे ट्रैक ठेकेदार से खुदवाया और अब आधिकारिक स्तर पर कार्रवाई होने लगी तो चारागाह भूमि खोदने के सबूत मिटाए जा रहे है. चारागाह भूमि के इस गड्ढे से पीली मिट्टी का अवैध खनन हो चुका है. अब आस-पास पड़े काली मिट्टी के ढ़ेर से इसे पुनः भरवाया जा रहा है और गड्ढे रात के समय भरवा जा रहे है.

बारिश में हो सकता है दलदल से हादसा
खैराबाद में स्थित चारागाह भूमि की खुदाई करवाकर मिट्टी रेलवे ठेकेदार को बेच दी गई थी, जिसका जुर्माना भी रोबोट कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 7 लाख रुपये की राशि खनिज विभाग में जमा भी कर दी थी. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मिट्टी खुदाई करवाने का आरोप लगाते हुए ज्ञापन दिया था. ग्राम पंचायत ने इस चारागाह भूमि की मिट्टी बेचने की रसीदे भी काटी है. अब रात्रि में जेसीबी मशीन से काली मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है. इस काली मिट्टी भराई के बाद पूरा गड्डा तो नहीं भरा जा सकता है. इस गड्ढे में काली मिट्टी बारिश में दलदल बन सकती है और जानवरो के फंसने की भी सम्भावना है.

चारागाह भूमि का बिगड़ा स्वरूप
खसरा न 552 जो कि ग्राम पंचायत रिकार्ड में चारागाह के नाम पर दर्ज है, उस चारागाह भूमि से मिट्टी खोदकर ग्राम पंचायत ने चारागाह भूमि का स्वरूप बिगाड़ दिया. इसमें न तो ग्राम पंचायत की स्वीकृति न ही खनिज विभाग की स्वीकृति ली गई है. ग्रामवासियों ने इस सम्बंध में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया था कि उपखंड अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खनिज विभाग को जांच के लिए लिखा था उसमें रोबोट कंस्ट्रुकशन कम्पनी ने 7 लाख की अवैध खनन की जुर्माना राशि जमा कर दी है लेकिन ग्राम पंचायत ने रोबोट कम्पनी को चारागाह भूमि खोदने की स्वीकृति क्यों दी? इस पर कार्रवाई नहीं की गई और तथ्य छुपाने के लिए अवैध खनन के गड्ढे को खुर्दबुर्द करने और चारागाह भूमि खोदने के कार्य पर पर्दा डाला जा रहा है. वहीं ग्राम पंचायत खैराबाद सरपंच का कहना है कि इस मामले को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है उन्होंने इसकी शिकायत विकास अधिकारी खैराबाद को दे रखी है अगर कोई ऐसा करता हैं तो उस पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाए. वहीं एसडीएम विनोद कुमार मीणा का कहना है कि खैराबाद में चारागाह भूमि को काली मिट्टी से भरने की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं है. मामला जानकारी में आया है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

Reporter: Himanshu Mittal

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