Garuda Purana: एक अच्छी पत्नी, पति के जीवन को स्वर्ग बना सकती है, तो वहीं अगर पत्नी आदर्श ना हो जिंदगी नर्क बन सकती है. हालांकि आदर्शवादी होना पत्नी तक सीमित नहीं है. पति को भी सर्वगुण सम्पंन होना चाहिए. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जब पुरुष सौ अच्छे कर्म करता है तो आदर्श पत्नी मिलती है.
गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे गुणों वाली स्त्रियों के बारे में भी बताया गया है जो ना सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बल्कि पति के लिए सौभाग्य की सूचक हैं. आइए जानते हैं कौन से गुणों वाली स्त्रियां अपने पति के लिए भाग्यशाली होती हैं.
गरुड़ पुराण के अनुसार पतिव्रता एक स्त्री का सबसे बड़ा गुण है और इस बात का ध्यान हमेशा पत्नी को रखना चाहिए कि पति के होते ही किसी अन्य पुरुष से संबंध ना रखें. जो पत्नी सिर्फ अपने पति से प्यार करती है और पति के अलावा किसी और बारे में सोचती तक नहीं ऐसी पत्नी के पति बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं.
जो स्त्री घर में साफ-सफाई रखती है और मेहमानों का दिल से मान-सम्मान करती है वो पति के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार के लिए भाग्यशाली होती है. कम संसाधनों में घर चलाने वाली स्त्री को सुशील कहा जाता है और इनसे मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती है. जिससे घर में बरकत रहती है.
ऐसी पत्नी पति के लिए बेहद भाग्यशाली मानी जाती है, जो कि पति के साथ-साथ उसके परिवार का भी पूरा मान-सम्मान करती हो. पत्नी में संयम और मीठी वाणी का होना खुशहाली की वजह बनता है.
गरुड़ पुराण के मुताबिक जो पत्नी अपने पति की सही बातों का पालन करना सिखाये और गलत आदतों और रास्तों पर जाने से रोके. वह सुलक्षणा मानी जाती है. साथ ही जो पत्नी अपने पति का दिल ना दुखाए. ऐसी स्त्री को पति का प्यार और सम्मान ही दोनों मिलता है.
एक अच्छी पत्नी, पति के जीवन को स्वर्ग बना सकती है, तो वहीं अगर पत्नी आदर्श ना हो जिंदगी नर्क बन सकती है. हालांकि आदर्शवादी होना पत्नी तक सीमित नहीं है. पति को भी सर्वगुण सम्पंन होना चाहिए. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जब पुरुष सौ अच्छे कर्म करता है तो आदर्श पत्नी मिलती है.
(डिस्क्लेमर: ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है. ZeeMedia इसकी पुष्टि नहीं करता है)