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भोपालगढ़: अखंड सौभाग्य का पर्व करवा चौथ आज, बाजारों में छाई रौनक

Karva Chauth 2022: अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना से जुड़ा पावन पर्व करवा चौथ गुरुवार को भोपालगढ़ कस्बे सहित क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में अपार श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना लेकर निर्जला व्रत रखेंगी. 

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बाजारों में त्यौहारी रौनक.
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Arun Harsh|Updated: Oct 13, 2022, 12:56 PM IST

Karva Chauth 2022: अखंड सौभाग्य व सुख समृद्धि की कामना से जुड़ा पावन पर्व करवा चौथ गुरुवार को भोपालगढ़ कस्बे सहित क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में अपार श्रद्धापूर्वक मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना लेकर निर्जला व्रत रखेंगी. वहीं करवाचौथ को लेकर मंगलवार से ही बाजारों में महिलाओं की खासी भीड़ नजर आने लगी है और महिलाएं व्रत के लिए सरगी का सामान, करवा, छलनी के साथ नए कपड़े व श्रृंगार सामग्री आदि की खरीदारी करने लगी है. साथ ही महिलाएं मेंहदी लगाने व रूप निखारने में भी व्यस्त हो गई है तथा कई पुरुषों को भी करवे खरीदते देखा जा रहा है.

बाजारों में त्यौहारी रौनक देखते ही बन रही
करवाचौथ को लेकर भोपालगढ़ कस्बे के बाजारों में त्यौहारी रौनक देखते ही बन रही है. एक ओर जहां दिवाली के लिए बाजार सज रहे है, वहीं पति-पत्नी के प्रेम और समर्पण का पर्व करवाचौथ की खरीदारी के लिए भी महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है. करवाचौथ पर गुरुवार को खुशियों का चांद दमकेगा. साथ ही पति के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए नवविवाहिताएं और सुहागिनें दिनभर निर्जला रहेंगी फिर शाम को सोलह श्रृंगार कर पूजा-अर्चना के बाद चांद को अर्ध्य देकर व्रत खोलेंगी.

 इसके बाद परिवार के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेंगी. इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर सामूहिक उद्यापन के कार्यक्रम भी होंगे. वहीं शादी के बाद पहला करवा चौथ मनाने वाली युवतियों के लिए यह पर्व खास रहेगा. स्थानीय ज्योतिषी पंडित ओमा महाराज और पं. रमेशभाई दाधीच के अनुसार करवाचौथ को लेकर मान्यता है, कि इस दिन चंद्रमा की किरणें सीधे नहीं देखी जाती हैं. उसके मध्य किसी पात्र या छलनी द्वारा देखने की परंपरा है, क्योंकि चंद्रमा की किरणें अपनी कलाओं में विशेष प्रभावी रहती हैं.

नवविवाहिताओं में उत्साह
शादी के बाद पहली बार करवा चौथ पर्व मनाने वाली नवविवाहित महिलाओं में विशेष उत्साह है. व्रती महिलाएं सूरज डूबने के बाद मां गौरी का पूजन कर चन्द्रोदय होने तक बुजुर्ग महिलाओं से करवा चौथ से जुड़ी पौराणिक कथाएं सुनेंगी. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है. चांद में सुंदरता, शीतलता, प्रेम, प्रसिद्धि और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते है, इसलिए सभी महिलाएं चांद देखकर ये कामना करती हैं, कि ये सभी गुण उनके पति में आएं.

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बाजारों में बढ़ी रौनक 
करवा चौथ के लिए तैयारियां अंतिम दौर में हैं. बाजारों में भी इस अहम त्यौहार की रौनक दिखाई देने लगी है. ज्वैलरी और फैशन स्टोर पर नए डिजाइन की सामग्री मिल रही है. महिलाएं साज श्रृंगार का सामान खरीदने के साथ ही पूजन सामग्री भी खरीद रही है. इसके साथ ही सड़क किनारे पूजन की सामग्री बेचने वालों के पास भी महिलाओं की भीड़ रहने लगी है और महिलाओं के साथ कई पुरुष भी करवे खरीद रहे हैं. वहीं करवाचौथ के दिन सुबह महिलाएं सरगी करेगी, इसके लिए मिठाईयों की दुकानों पर खासी भीड़ है.

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