Rajendra Gudha: उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा एक के बाद एक बयान दे रहे हैं. उदयपुरवाटी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि जब 2003, 2013 में वे सरकार रिपीट नहीं कर पाए.तो अब 73 की उम्र में तो क्या ही करेंगे.2003 में तो वे केवल 52-53 साल के थे. उन्होंने कहा कि भरत सिंह जैसा ईमानदार कोई भी नेता विधानसभा में नहीं है.
वे तीन साल से विधानसभा में नहीं आ रहे, उनको किसी ने पूछा तक नहीं कि कारण क्या है. मुख्यमंत्री उनसे नजर ना मिल जाए. इसलिए अपने रास्ते बदल लेते है. उन्होंने कहा कि पुलिस मंथली में बिजी है तो मुख्यमंत्री को कुर्सी बचाने से टाइम नहीं मिल रहा.
इस जनता की कोई नहीं सोच रहा. पिछले दिनों ओवैसी के साथ हुई मुलाकात पर गुढ़ा ने कहा कि चार बार के चुने हुए सांसद ओवैसी बेस्ट पॉर्लियामेंट्री नेता है.उनसे मुलाकात एक सामान्य मुलाकात है, ओवैसी से मुलाकात का जो हौवा बना रहे है, वो कोई आतंकवादी तो है नहीं.
उन्होंने आरपीएससी पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक गांव से बड़ी संख्या में थानेदार बन रहे हैं, दूसरे बच्चे सालों तक तैयारी के बाद भी पास नहीं हो रहे। मुख्यमंत्री की कलम से आरपीएससी सदस्य बनने वाले लोग लाखों रुपयों में पेपर बेच रहे हैं, तो इसका जवाब तो मुख्यमंत्री को देना चाहिए. सचिन पायलट की एक बार फिर तारीफ करते हुए गुढ़ा ने कहा कि पायलट वो व्यक्ति है.
जिसने खून पसीना बहाकर कांग्रेस के 21 सदस्यों की संख्या 99 तक पहुंचाई है. वो तो निकम्मा है.वहीं, जो व्यक्ति 200 से 21 पर पहुंचा जा रहा है. उसे काबिल बताया जा रहा है. गुढ़ा यही नहीं रुके. उन्होंने पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा पर हमला करते हुए कहा कि बच्चे कहते है कि डोटासरा के घर पर जन्म हो जाए या फिर उनके रिश्तेदार हो जाए. तो सीधे ही आरएएस बन जाए. वैसे डोटासरा के पास है भी क्या. वित्त मंत्री और गृह मंत्री तो खुद मुख्यमंत्री है.
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