Jhunjhunu News: किसी जमाने में प्यासे को पानी पिलाना पुण्य का कार्य समझा जाता था और भामाशाह खासकर गर्मियों में जगह जगह आमजन के हल्क की प्यास बुझाने के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था करते थे. अब बदले जमाने मे उसी पुण्य के कार्य मे भी जलदाय विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर टैंकर ठेकेदार चांदी कूटने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं.
झुंझुनूं के कई इलाकों में गर्मी के बढ़े असर के बाद बीते एक माह से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पिलानी कस्बे में पेयजल के भीषण संकट के बाद जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने आमजन को पानी उपलब्ध करवाने के लिए टैंकरों से पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश दिए थे. साथ ही वार्डों में टंकियों को भरवाने के लिए कहा था. टैंकरों से सप्लाई शुरू होने के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि टैंकरों से सप्लाई नहीं हो रही. केवल भुगतान उठाया जा रहा हैं. जिसके बाद जीपीएस ट्रेकिंग शुरू की गई.
टैंकर ठेकेदारों ने उसका उसका भी तोड़ निकाल जीपीएस से हाजरी लगवानी शुरू कर दी. अब बीते 3 दिनों से वार्ड 12 के ओवर हैड टैंक में 60 टैंकर पानी यानी करीब ढाई लाख लीटर पानी डालने के बाद भी लोगों के घरों में एक बूंद पानी नहीं पहुंचा. वार्ड के लोगों का कहना हैं कि तीन दिन से टंकी को भरा जा रहा है. लेकिन वार्ड में किसी के घर भी जलापूर्ति नहीं हुई है. लोगों ने इस मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. इस मौके पर पार्षद राजकुमार नायक की अगुवाई में वार्डवासियों ने पंपहाउस पर विरोध प्रदर्शन किया.
लोगों का आरोप है कि पानी के टैंकर टंकी तक आ कर जीपीएस से अपनी हाजिरी तो करवा लेते हैं. लेकिन टंकी में पानी पूरा नहीं डाल रहे हैं. पीएचईडी के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर पानी के टैंकरों में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. पार्षद नायक ने आरोप लगाया है कि यह एक बड़ा घोटाला है. जिसकी जांच होनी चाहिए. उधर टैंकरों की सप्लाई पपर उठे सवालों के बाद जलदाय विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली हैं.