Jalore News: जालोर ज़िले के भीनमाल से है जहां पर नगर पालिका के अधिकारियों की लापरवाही से यमदूत बने सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं के हमले से लोगों की जान जा रही है. ऐसे में इन पशुओं से हो रही आए दिन मौत की घटनाओं से जहां लोगो मे भारी आक्रोश है वहीं स्थानीय प्रशासन एवं जिम्मेदार लापरवाह बने हुए है.इतना ही नहीं मामले में कई बार पालिका अधिकारियों को अवगत भी करवाया जाता है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी कर रहें है. दरअसल.
शहर में एक आवारा सांड के हमले से बुजुर्ग की मौत हो गई. जानकारी मुताबिक़ धोराढाल के घाचियों के चोहटे पर रहने वाले मोहनलाल दर्जी सुबह घर से बाहर निकला था. इसी दौरान चौहटे पर झुंड में खड़े एक सांड ने मोहनलाल पर हमला कर दिया. जिसके बाद वह घर से बाहर ही गिर गए. इस दौरान सांड ने सींग से बुजुर्ग पर हमला कर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. इतना ही नहीं पिछले वर्ष भी शहर की एक कॉलोनी में आवारा सांड के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.वही, 3 वर्ष पूर्व भीलो के चोहटे पर वृद्ध शंकर लाल सैन की आवारा सांड ने जान ले ली थी. इसी तरह दर्जनों लोगों को आवारा सांडों ने अब तक घायल किया है.
आपको बता दें कि आवारा पशुओं की समस्या को लेकर तीन साल पहले कोर्ट ने नगर पालिका को फटकार भी लगाई थी, लेकिन इसके बाद भी स्थिति वही की वही है. अधिकारियों की लापरवाही से लोगों की जान जा रही है. बात करें तो शायद ही ऐसा कोई मार्ग हो जहां पर आवारा पशुओं का जमावड़ा नहीं रहता हो, यहां तक की गली मोहल्लों में भी आवारा पशु विचरण करते हैं. ऐसे में लोगों की जान पर भी खतरा मंडराता रहता है.
आवारा पशुओं से परेशान शहरवासी कई बार प्रशासन और पालिका अधिकारियों गुहार लगा चुके हैं.लेकिन लापरवाह बने हुए है. ऐसे में अब बड़ा सवाल उठाता है की क्या इन लापरवाह अधिकारियों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई होगी या नहीं या फिर ऐसे ही आवारा पशुओं से लोगो की जाने जाती रहेगी.
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