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"जीवन पर्यन्त कर्तव्य" के लक्ष्य को सार्थक कर रहे है जवान, 0° के टेंपरेचर में कर रहे हैं सीमा की सुरक्षा

Jaisalmer news:  इस कड़ाके की ठंड में जहां हम सूरज के ठंडे होते ही अपने-अपने घरों में रजाई ओढ़ कर आराम से सो रहे होते हैं और सुबह होने पर भी 10 बजे तक उठ कर अपने अपने काम पर जाने के बारे में सोचना शुरू करते हैं .

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Shankar Dan|Updated: Jan 14, 2024, 03:40 PM IST

Jaisalmer news:  इस कड़ाके की ठंड में जहां हम सूरज के ठंडे होते ही अपने-अपने घरों में रजाई ओढ़ कर आराम से सो रहे होते हैं और सुबह होने पर भी 10 बजे तक उठ कर अपने अपने काम पर जाने के बारे में सोचना शुरू करते हैं, दुसरी तरफ वहीं कोई है, जो जीरो डिग्री और माइनस में तापमान होने पर भी बड़ी कर्मठता से पौष मास की ठंड को चुनौती देते हुए पुरी शिद्दत से अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहा है.

रक्षा में मगन सीमा सुरक्षा बल 
 जहां कोहरे की चादर में लिपटा घनघोर काली अमावस की रात का अंधेरा, अपने की‌ कदमों की आहट होने पर किसी अंजान के होने का अहसास करा रौकांटे खड़ा कर दे, वहां अपनी सिखलाई का बखूबी इस्तेमाल कर सीमाओं की रक्षा में मगन सीमा सुरक्षा बल के जवान गस्त करते हैं.

166वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल 
166वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के जवान जहां, माता तनोट राय मन्दिर में आपको, अपने में ही मगन माता का गुनगान करते नजर आते हैं तो वहीं ये जवान सीमा पर " माता भगवती के सिंहों" से निगरानी करते नजर आते हैं.

चुनौती कोई भी हो, अपने शरीर पर 10 से 15 किलो आधुनिक हथियारों से लैस सीमा सुरक्षा बल के जवान अपने इलाके में घुसपैठ करने वाले घुसपैठों की छाती में पीतल भरने को उच्च मनोबल से 24 घंटे तैयार रहते हैं.

सीमा सुरक्षा बल के जवान देश के बाहरी खतरों के साथ-साथ आंतरिक खतरों को भी भली-भांति जानते हैं इसलिए सीमा सुरक्षा बल का खुफिया तंत्र रात-दिन देश के शरारती तत्वों की गतिविधियों पर चील सी पैनी नजरें गड़ाए रहते हैं.

144 धारा लागू 
डी.एम ऑफिस की तरफ से भी 144 धारा लागू कर आमजन को सीमा से 10 किलोमीटर तक न जाने के निर्देश जारी किए जाते रहे हैं और इस सम्बन्ध में, समय-समय पर सीमा क्षेत्रों के आस-पास बसे ग्रामीणों को इस के बारे में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारो और जवानों के द्वारा अवगत कराया जाता रहता हैं.

अपनी कार्यशैली में प्रशिक्षित ये जवान कभी जैसलमेर की गर्मी में 50° तक की गरम लूं को झेलते हैं. कभी 0° तो कभी माइनस तापमान में चलने वाली शीत लहर को अपने अडिग हौसलों से कमजोर कर सीमाओं पर बेख़ौफ़ हो कर देश की जनता को सुरक्षा प्रदान करते हुए सीमा सुरक्षा बल के जयघोष जीवन पर्यन्त कर्तव्य के लक्ष्य को सार्थक करते हैं.

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