trendingNow/india/rajasthan/rajasthan11772346
Home >>जयपुर

बाबा नारायण दास कॉलेज में राज्य सरकार ने किए 4 पद समाप्त, फिर भी कुर्सी पर डटे हुए हैं प्राचार्य?

Baba Narayan Das College jaipur: बाबा नारायण दास कॉलेज में राज्य सरकार ने किए 4 पद समाप्त. लेकिन आदेश के 23 दिन बाद भी प्राचार्य अपनी कुर्सी पर डटे हुए हैं. प्राचार्य की हठधर्मिता से छात्र और अभिभावक गुमराह हो रहे हैं.  

Advertisement
फाइल फोटो.
Stop
Sachin Kumar|Updated: Jul 09, 2023, 06:24 PM IST

Baba Narayan Das College jaipur: बाबा नारायण दास राजकीय कला महाविद्यालय, चिमनपुरा में प्राचार्य का पद राजस्थान सरकार ने समाप्त कर दिया है,लेकिन आदेश के 23 दिन बाद भी प्राचार्य अपने पद पर बने हुए हैं. प्राचार्य की हठधर्मिता से छात्र और अभिभावक गुमराह हो रहे हैं,जबकि 1 जुलाई से नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो गया. 

सरकारी आदेशानुसार चिमनपुरा स्थित मूल महाविद्यालय को बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय, चिमनपुरा के नाम से संचालित कर उसमें विज्ञान, वाणिज्य एवं कला संकाय संचालित करने तथा नव निर्माणाधीन भवन में बाबा नारायण दास राजकीय कृषि महाविद्यालय, चिमनपुरा संचालित करने के लिए उच्च शिक्षा ग्रुप 3 विभाग के आदेश 8 फरवरी 2023 के क्रम में 16 जून 2023 को आदेश जारी कर प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है.

राजकीय महाविद्यालय विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, चिमनपुरा में संचालित कृषि संकाय को बंद करते हुए नवीन कृषि महाविद्यालय,चिमनपुरा में समायोजित करने तथा राजकीय विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय,चिमनपुरा में संचालित कृषि संकाय के लिए विभिन्न संवर्गों के 14 पदों को समाप्त कर नवीन राजकीय कृषि महाविद्यालय,चिमनपुरा में प्राचार्य सहित विभिन्न संवर्गों के कुल 29 पद का सजृन किया जा चुका है.

बाबा नारायण दास राजकीय कला महाविद्यालय,चिमनपुरा में कुल 83 पद स्वीकृत हैं,जिसमें से प्राचार्य,शारीरिक शिक्षक,पुस्तकालयध्यक्ष और सहायक लेखाधिकारी सहित चार पदों को समाप्त करते हुए शेष 79 पदों को एकीकृत महाविद्यालय बाबा भगवान दास राजकीय महाविद्यालय,चिमनपुरा में स्थानांतरण करने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है.आदेश के 23 दिनों के पश्चात भी उक्त आदेशों की पालना अभी तक नहीं की गई है. अपनी हठधर्मिता के चलते प्राचार्य अपने पद पर काबिज है.

ये भी पढ़ें- RAS इंटव्यू पर किरोड़ी लाल मीणा की प्रेसवार्ता, RPSC समेत कॉपी जांचने वालों पर खड़े किए सवाल?

 

Read More
{}{}