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होटल ग्रांड उनियारा से मिला दुर्लभ प्रजाति का स्मॉल इंडियन सिवेट, वन विभाग की टीम ने जंगली जानवर किया रेस्क्यू

जयपुर जू और रक्षा संस्थान द्वारा त्रिमूर्ति सर्किल से स्मॉल इंडियन सिवेट का रेस्क्यू किया गया. आज जयपुर के त्रिमूर्ति सर्किल स्थित होटल ग्रैंड उनियारा से बिल्ली जैसे एक जंगली जानवर के होने की सूचना मिली. सूचना पर वन विभाग जयपुर जू रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.

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होटल ग्रांड उनियारा से मिला दुर्लभ प्रजाति का स्मॉल इंडियन सिवेट, वन विभाग की टीम ने जंगली जानवर किया रेस्क्यू
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Damodar Prasad|Updated: Oct 18, 2022, 11:16 PM IST

Jaipur: जयपुर जू और रक्षा संस्थान द्वारा त्रिमूर्ति सर्किल से स्मॉल इंडियन सिवेट का रेस्क्यू किया गया. आज जयपुर के त्रिमूर्ति सर्किल स्थित होटल ग्रैंड उनियारा से बिल्ली जैसे एक जंगली जानवर के होने की सूचना मिली. सूचना पर वन विभाग जयपुर जू रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. रेस्क्यू रेंजर राशिद खान के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंच पाया कि एक स्मॉल इंडियन सीविट है.

वन विभाग की टीम ने उसका रेस्क्यू किया
बिल्ली जैसा एक जंगली जानवर देखने के बाद अफरातफरी मच गई. सूचना के बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने उसका रेस्क्यू किया. रेस्क्यू करने आई टीम के एक सदस्य ने बताया कि एशियाई पाम सीविट को रेस्क्यू करते समय काफी सतर्कता से काम लेना पड़ा क्योंकि वह घबराई हुई थी. अच्छी बात है कि इसे किसी तरह की हानि नहीं पहुंची. आम तौर पर आहट सुनते ही वह जमीन की खोह में दुबक जाती है.

बड़ी मशक्कत के बाद टीम ने रेस्क्यू कर इसको सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. रक्षा जयपुर के संस्थापक रोहित गंगवाल ने बताया कि रक्षा ने स्मॉल इंडियन सिवेट पहली बार रेस्क्यू किया है. आमतौर पर यह सिवेट जंगल मे ही मिलती है यह जंगल के निकट रहवासी कॉलोनीयों में बहुत कम दिखाई देती.

जयपुर शहर का पहला मामला
जयपुर शहर के बीचो बीच इसको रिकॉर्ड करना पहला मामला माना जा रहा है. जयपुर मे ज्यादातर कॉल्स कॉमन पॉम सिवेट के ही आते है जो की सिवेट की दूसरी प्रजाति है, सिवेट अभी स्वस्थ है. झालाना अमागढ़ जंगल रिजर्व के रेंजर जनेश्वर चौधरी की टीम के नेतृत्व मे आज श्याम सिवेट को अमागढ़ मे रिलीज किया गया. रक्षा के अभिषेक बैरवा, यशवंत सिसोदिया, भूपेंद्र पारेता, रोहित चौहान व वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड दिनेश चौधरी रिलीज पर मौजूद रहे.

इस वन्यप्राणी की उम्र 15 से 20 साल तक होती है
एकांतप्रिय यह वन्यप्राणी किसी की आहट सुनते ही जमीन की खोह अथवा अपने आवास में दुबक जाती है. रात में शिकार के लिए यह मांसाहारी वन्यप्राणी बाहर निकलती है. बड़ी शिकारी बिल्ली की तरह दिखने वाले एशियन पाम सीविट छोटे जीवों जैसे छिपकली, सांप, मेंढक व कीड़ों का शिकार करता है. दक्षिण भारत के अलावा दक्षिण पूर्व एशिया, श्रीलंका, दक्षिणी चीन इत्यादि देशों में यह बड़ी संख्या में पाया जाता है. काले बाल और बड़ी आंखों वाले इस वन्यप्राणी की उम्र 15 से 20 साल तक होती है.

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भोजन की तलाश में रिहायशी इलाकों में आ जाती है
स्मॉल इंडियन सिवेट लगातार सिमटते जंगलों के चलते यह कई बार भोजन की तलाश में रिहायशी इलाकों में आ जाती है. इनसे इंसानों को किसी प्रकार का खतरा नहीं होता और आम तौर पर यह रिहायशी इलाकों से दूर रहती हैं. एशियाई पाम सीविट दक्षिण और दक्षिणपूर्व एशिया के जंगलों में पाई जाती है. यह दो से पांच किलोग्राम की होती है. इनसे इंसानों को किसी प्रकार का खतरा नहीं होता और आम तौर पर यह रिहायशी इलाकों से दूर रहती हैं. इन्हें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची द्वितीय के तहत संरक्षित किया गया है.

 

 

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