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Shahpura: त्रिवेणी धाम में नववर्ष पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की लगी भीड़

त्रिवेणी धाम में नववर्ष पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई. वहीं, साल की आखिरी शाम 31 दिसंबर को 2 साल बाद होटलों में नो रूम की स्थिति बनी रही. हर होटल व रेस्टोरेंट में नए साल की मस्ती के लिए अलग-अलग प्लान बनाए गए. 

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Shahpura: त्रिवेणी धाम में नववर्ष पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की लगी भीड़
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jan 02, 2023, 12:13 PM IST

Shahpura, Jaipur News: शाहपुरा कस्बे में लोगों ने साल की आखिरी शाम को सलाम किया. शनिवार रात 12 बजे बाद साल 2022 को अलविदा कहा और 2023 का स्वागत किया. साल को यादगार बनाने को लेकर सभी लोगों ने अलग-अलग अंदाज में नए साल का जश्न मनाया. 

खट्टी मीठी यादों को सजोएं हुई शाम को अलविदा कहा. वहीं, त्रिवेणी धाम में नववर्ष पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई. वहीं, साल की आखिरी शाम 31 दिसंबर को 2 साल बाद होटलों में नो रूम की स्थिति बनी रही. 

हर होटल व रेस्टोरेंट में नए साल की मस्ती के लिए अलग-अलग प्लान बनाए गए. कोविड-19 महामारी के दौरान जहां 2 साल तक के होटल ग्राहकों से मेहरून थे, वही इस बार क्षेत्र की शरबती होटल पैलेस, होटल हाईवे किंग सहित सभी होटल ग्राहकों से गुलजार नजर आई. शहर की सरबती होटल पैलेस मे इस बार खाने में डिस्काउंट के साथ कई स्कीम लाई गई, जिसके चलते होटल में नव वर्ष की एडवांस बुकिंग देखी गई. लोगों ने शाहपुरा किले से साल के आखिरी सनसेट के नजारे को अपने मोबाइल में कैद किया. 

युवाओं ने नववर्ष के उदय होने वाले नए साल में अपने भविष्य को लेकर नई सोच के साथ कई संकल्प लिए. त्रिवेणी धाम में सुबह 7 बजे से ही राम रिछपाल दास जी महाराज व पुजारी रघुनंदन दास जी महाराज का आशीर्वाद लेने वालों की भीड़ लगी रही. लोगों ने त्रिवेणी धाम स्थित गौशाला व खोरी परमानंद धाम गौशाला में गाय को चारा और गुड़ खिलाकर दान पुण्य कर नववर्ष मनाया. 

शाहपुरा मोक्षधाम मे भामाशाहो ने सर्दी में गर्म पानी से स्नान के लिए 2 गीजर तथा एक सिलेंडर भेंट किया. बालिका विद्यालय में बोर्ड कक्षा की छात्राओं ने केक काटकर अपने अंदाज में नववर्ष मनाया. 

इसी प्रकार श्याम बाबा के मंदिर में श्याम भगत गजानंद मित्तल, सुरेश, महेश मित्तल विनोद मित्तल सहित कई भक्तों द्वारा सुंदरकांड के पाठ किए गए. श्याम बाबा के दरबार में भजनों की प्रस्तुति दी गई. बाद में श्याम बाबा के पोसबड़ा का भोग लगाकर रात्रि 12:15 बजे बाबा की आरती कर नववर्ष मनाया गया. 

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