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जैन समाज के विरोध के आगे झुकी सरकार, राजस्थान के 20 से ज्यादा शहरों में विरोध

Sammed Shikhar :  जैन तीर्थ श्रीसम्मेद शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने को लेकर जैन समाज में जबरदस्त आक्रोश है. जगह-जगह जैन समाज के लोग विरोध प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करा रहे है. इसी बीच खबर है कि झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार जैन समाज की मांग के आगे झुक गई.

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जैन समाज के विरोध के आगे झुकी सरकार, राजस्थान के 20 से ज्यादा शहरों में विरोध
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Dec 21, 2022, 06:39 PM IST

Sammed Shikhar :  जैन तीर्थ श्रीसम्मेद शिखरजी को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने को लेकर जैन समाज में जबरदस्त आक्रोश है. जगह-जगह जैन समाज के लोग विरोध प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करा रहे है. इसी बीच खबर है कि झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार जैन समाज की मांग के आगे झुक गई और अपना फैसला वापस लेने की तैयारी में है. सरकार सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के फैसले को वापस लेने को तैयार हो गई है. राजस्थान के  20 से भी ज्यादा शहरों में बुधवार को जैन समाज की ओर से सड़क पर उतर कर विरोध जताया.  

प्रतापगढ़ में विरोध

प्रतापगढ़ शहर में भी सर्व समाज ने इस बंद के निर्णय पर अपना समर्थन दिया हैं. सुबह से ही सर्व समाज के लोग अपने वाहनों से रैली के रूप में शहर में घूम कर दुकानदारों से दुकान बंद रखने की अपील की. किला परिसर से रैली निकाल कर स्थानीय गांधी चौराहे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और झारखंड सरकार के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. इसी बंद के आह्वान के बाद जिले की कृषि उपज मंडियां भी आज बंद रही. 

टोंक में भी बंद को समर्थन 

निवाई सकल जैन समाज के द्वारा भी बंद का पूर्णतया समर्थन किया गया है. जैन समाज के राष्ट्रीय आह्वान पर जैन समाज के लोगों द्वारा अपनी प्रतिष्ठाने और व्यापार बंद रखा गया है. जैन समाज ने बंद का पूर्ण रूप से समर्थन किया है. बंद का समर्थन करके सरकार को यह फैसला वापस लेने के लिए संदेश दिया गया है. इसी को लेकर आज बड़ा बाजार, गणगौरी बाजार, चोहटी बाजार, और संपूर्ण कृषि मंडी के व्यापार को बंद करके फैसले का विरोध किया गया है.

कोटा में हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन

झारखंड में स्थित जैन तीर्थों में से एक पवित्र तीर्थ सम्मेद शिखर जी को वन्य जीव अभ्यारण और पर्यटक स्थल घोषित करने के नोटिफिकेशन के बाद देश भर में जैन समाज ने विरोध प्रदर्शन किया. रामगंजमंडी सकल के जैन समाज सड़को पर उतर गया. शहर भर से जैन समाज के 3 वर्णों ने सामूहिक आक्रोश रैली निकाली. जिसमें जैन समाज के दिगम्बर,श्वेतांबर और बघेरवाल समाज के महिलाए,पुरुष,युवक-युवतियां और बच्चो ने हाथों में तख्तियां लेकर सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल बनाने का विरोध किया.

जोधपुर-चित्तौड़गढ़ में भी विरोध

चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा उपखण्ड क्षेत्र के लसड़ावन जैन समाज के समाज जनों ने जैन समाज के मुख्य तीर्थ सम्मेद शिखर जी को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध करते हुए इस तीर्थ स्थल को पवित्र स्थल घोषित करने की मांग को लेकर अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. जोधपुर के शेरगढ़ विधानसभा में भी जैन समाज के लोगो ने प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर इसे पर्यटन स्थल बनाने का विरोध किया. जैन समाज का कहना है कि यह एक धार्मिक स्थल है और सरकार इसे धार्मिक स्थल ही रहने दे. समाज ने सरकार से पर्यटन स्थल बनाने के आदेश को निरस्त कर जैन समाज की भावना को समझने का आग्रह किया.

 20 से भी ज्यादा शहरों में प्रदर्शन

मारवाड़ जंक्शन, बड़ीसादड़ी, झालावाड़, सवाई माधोपुर, बाड़मेर, कपासन, सांवलियाजी, लाडपुरा, निम्बाहेड़ा, प्रतापगढ़ समेत प्रदेश के 20 से भी ज्यादा शहरों में सरकार के इस फैसले का विरोध किया गया. आसींद में आज सकल जैन समाज के लोगो ने झारखंड सरकार ने जैन समाज के सबसे बड़े तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर को पर्यटक स्थल घोषित किया जिसे लेकर जैन समाज में जबरदस्त आक्रोश है. जिसके चलते आज आसींद में सकल जैन समाज ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने झारखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर निर्णय को वापस लेने की मांग की. 

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