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REET Level 2: पर्दे पर दिखेगा रीट लेवल 2 रद्द होने का दर्द, बेरोजगारों ने बनाई फिल्म

राजस्थान की प्रतियोगिता परीक्षा के इतिहास में अगर बात की जाए तो रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा कई सदियों तक याद रखी जाएगी. 

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पर्दे पर दिखेगा रीट लेवल 2 रद्द होने का दर्द
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Lalit Kumar|Updated: Jul 15, 2022, 02:14 PM IST

Jaipur: राजस्थान की प्रतियोगिता परीक्षा के इतिहास में अगर बात की जाए तो रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा कई सदियों तक याद रखी जाएगी. 26 सितंबर 2021 को आयोजित हुई रीट परीक्षा अपने भव्य आयोजन के लिए याद रखी जाएगी, तो वहीं इतने सुरक्षा मापदंडों के बीच आयोजित हुई. इस परीक्षा का पेपर भी बड़े स्तर पर लीक हुआ, जिसके चलते सरकार ने 7 फरवरी 2022 को इस परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया.

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इस फैसले ने प्रदेश के करीब 16 हजार से ज्यादा बेरोजगारों के सपनों को चकनाचूर कर दिया. परीक्षा रद्द होने के बाद परीक्षार्थियों की मनोदशा को दर्शाती हुई एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म राजस्थान में 20 जुलाई को रिलीज होने जा रही है, जो इस परीक्षा से जुड़े परीक्षार्थियों की मनोदशा तो दिखाएगी, साथ ही जिंदगी में कभी हार नहीं मानने का एक संदेश भी देती हुई नजर आएगी और फिल्म को नाम भी दिया गया है 'परीक्षा'

राजस्थान के ही बेरोजगारों द्वारा बनाई गई इस फिल्म में रीट लेवल 2 में टॉप सूची में भी शामिल होने के बाद परीक्षा रद्द होने के चलते नौकरी से वंचित रहे एक छात्र की कहानी को दिखाया गया है, जिसने परीक्षा रद्द होने की हताशा के चलते जिंदगी से हार मानी, साथ ही नौकरी की चिंता में एक परीक्षार्थी किस मानसिक दशा से गुजरता है वो इस 27 मिनट की फिल्म में दिखाया गया है.

शिक्षाविद् मुकेश पंचोली का कहना है कि 'फिल्म को बनाने का उद्देश्य है की किसी एक परीक्षा में असफल होने से आप जिंदगी की परीक्षा से  हार नहीं मान सकते हैं. आज प्रतियोगी परीक्षाओं का दबाव बच्चों पर इतना बढ़ गया है की वो मानसिक अवसाद से गुजर रहे हैं. ऐसे में इन बच्चों को इसी मानसिक अवसाद से निकालने साथ ही आगे बढ़ने के मैसेज के साथ इस फिल्म को बनाया गया है.

फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे नवीन और रिया का कहना है कि परीक्षा में असफल होने पर बच्चे आज आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं और इनके चलते उनका पूरा परिवार की बर्बाद हो जाता है, इसलिए इस फिल्म में ये मैसेज दिया गया है की जिंदगी में हर कदम पर परीक्षा होती है. ऐसे में अगर एक परीक्षा में असफल होने पर विद्यार्थी मानसिक अवसाद में चला जाएगा तो आने वाली बड़ी परीक्षा का सामना कैसे करेगा.

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