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अब राजस्थान के गांवों में मिलेगा सिर्फ 8 रुपए का भरपेट खाना, यहां देखें पूरी लिस्ट

Indira Rasoi Rajasthan : राजस्थान के शहरों के बाद गांव-गांव में खुलेगी इंदिरा रसोई. सरकार जनसंख्या के हिसाब से रसोई संचालित करेगी. जयपुर के 84 गांवों में 92 जगह खोलने की तैयारी. इंदिरा रसोई की किचन में आमजन को 8 रुपए में दिन और 8 रुपए में शाम का भोजन उपलब्ध करवाया जाता है.

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अब राजस्थान के गांवों में मिलेगा सिर्फ 8 रुपए का भरपेट खाना, यहां देखें पूरी लिस्ट
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Deepak Goyal|Updated: Mar 13, 2023, 05:32 PM IST

Indira Rasoi Rajasthan : शहरी क्षेत्र में इंदिरा रसोई के सफल प्रयोग के बाद अब राजस्थान के 901 ग्रामीण कस्बों में 991 इंदिरा रसोई खोली जाएगी. जहां शहरों की तर्ज पर सुबह और शाम को 8 रुपये में खाना मिलेगा. इसको लेकर DLB ने पूरा खाका तैयार कर लिया है. जिलो में आबादी के अनुसार इंदिरा रसोई खोलने का क्राइट एरिया यानी कि 5 हजार से 20 हजार आबादी वाले कस्बो में इंदिरा रसोई खोलने के लिए योजना तैयार की जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के बजट में इंदिरा रसोई का दायरा बढ़ाने की घोषणा के बाद घनी आबादी, रेलवे स्टेशन और पीएचसी स्तर ग्रामीण इलाके में इंदिरा रसोई खोलने की कवायद शुरू की जा रही है.

901 कस्बों में खोली जाएगी रसोई 

शहरों में कोई भूखा न सोए के मिशन को आगे बढ़ाते हुए अब इसे गांव-गांव इंदिरा रसोई खोले जाने की तैयारी की जा रही है. गहलोत सरकार ने सबसे पहले शहरों में  आमजन को 8 रुपए में बैठाकर खाना खिलाने की व्यवस्था की. इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अब सरकार ने प्रदेश के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण कस्बों में भी इसकी शुरूआत करने का निर्णय किया है. राज्य के सभी 33 जिलों के एक हजार गांवों में ये रसोई खोली जाएगी. रसोई गांव या कस्बे की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए शुरू की जाएगी. सरकार की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव के तहत राज्य के कुल 901 कस्बों में ये रसोई खोली जाएगी. इसमें 5 से 10 हजार की जनसंख्या वाले कस्बे में एक, 10 से 20 हजार की जनसंख्या वाले कस्बे में 2 और 20 हजार से ज्यादा जनसंख्या वाले कस्बे में 3 रसोई खोली जाएगी. इस तरह पूरे 33 जिलों के 901 ग्रामीण कस्बों में कुल 991 रसोई खोली जाएगी. शहरों में खुली रसोई की तर्ज पर ही गांवों में भी रसोई के लिए सरकार जगह या जमीन फ्री उपलब्ध करवाएगी..इसके लिए ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) या जिला परिषद सीईओ को जिम्मेदारी दी गई है. हर जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है, जो टेंडर करके रसोई का संचालन करने वाली फर्म या संस्था का चयन करेगी.

इन जिलों में मिलेगा खाना

स्वायत्त शासन विभाग ने जिलों में अभी कुछ गांवों और कस्बों की जनसंख्या के अनुसार रसोई खोलने का प्रस्ताव तैयार किया है. इसमें जयपुर जिले के 84 गांवों में 92 जगहों पर ये किचन शुरू किए जाएंगे, जो राज्य में सबसे ज्यादा होंगे. इसी तरह जैसलमेर जिले के तीन ग्रामीण कस्बों मोहनगढ़, रामगढ़ और नाचना में एक-एक यानी कुल 3 रसोई खोली जाएगी. इसी तरह अन्य जिले उदयपुर में 12, जोधपुर 54, अजमेर 32, अलवर 46, बांसवाड़ा 18, बारां 16, बाड़मेर 30, भरतपुर 31, भीलवाड़ा 29, बीकानेर 74, चित्तौड़गढ़ 18, चूरू 32, दौसा 26, डूंगरपुर 17, हनुमानगढ़ 38, जालौर 60, झालावाड़ 11, झुंझुनूं 47, करौली 20, नागौर 69, पाली 52, सवाई माधोपुर 31, सीकर 55, सिरोही 23, टोंक 19, राजसमंद 6, प्रतापगढ़ 4, कोटा 7, बूंदी 5, धौलपुर 9 और गंगानगर में 5 जगहों पर रसोई खोली जाएगी.

8 रुपए में भोजन 

बहरहाल, राज्य सरकार की ओर से इंदिरा रसोई की किचन में आमजन को 8 रुपए में दिन और 8 रुपए में शाम का भोजन उपलब्ध करवाया जाता है. जिसमें दाल, सब्जी, चपाती और आचार दिया जाता है. हर दिन एक रसोई में अधिकतम 200 लोगों (100 सुबह और 100 शाम) के खाने की व्यवस्था रहती है. सरकार ने कोविड के समय इस रसोई का शुभारम्भ किया था. वर्तमान में ये प्रदेश की 213 से ज्यादा निकाय क्षेत्रों में संचालित है.

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