Home >>जयपुर

Janmashtami 2023: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उल्लास में डूबी पिंकसिटी, माखन चोर,नंदलाल की एक झलक के लिए उमड़ी भीड़

Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर आज छोटी काशी कृष्ण जन्म उल्लास में लीन नजर आ रही है. गोविंददेवजी सहित सभी कृष्ण मंदिरों में प्रभु दर्शनों के लिए भक्तों का रैला लगा हुआ है. शहर के इस्कॉन, अक्षरधाम, अक्षय पात्र सहित सभी कृष्ण मंदिरों में मनमोहक सजावट की गई है.

Advertisement
Janmashtami 2023: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उल्लास में डूबी पिंकसिटी, माखन चोर,नंदलाल की एक झलक के लिए उमड़ी भीड़
Stop
Deepak Goyal|Updated: Sep 07, 2023, 05:27 PM IST

Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर आज छोटी काशी कृष्ण जन्म उल्लास में लीन नजर आ रही है. गोविंददेवजी सहित सभी कृष्ण मंदिरों में प्रभु दर्शनों के लिए भक्तों का रैला लगा हुआ है. अराध्य देव के दर्शनों के लिए शहर के कोने-कोने से लोग दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. शहर के इस्कॉन, अक्षरधाम, अक्षय पात्र सहित सभी कृष्ण मंदिरों में मनमोहक सजावट की गई है.

माखन चोर, नंदलाल की जन्म की खुशी के रंग 

जन्माष्टमी पर छोटी काशी हुई कृष्णमय

भक्ति में सराबोर नजर आई छोटीकाशी

हवाई गर्जना के साथ मध्य रात्रि में प्रगटेंगे कान्हा

सुबह मंगला झांकी से उमड़ रहा आस्था का सैलाब

हर कोई कृष्ण जन्म के उल्लास में डूबा नजर आ रहा

ठाकुरजी को नई पोशाक धारण करवाकर शृंगार

रात 12 बजे भगवान के जन्म पर अभिषेक होगा

रात्रि 12 बजे 31 तोपों की सलामी होगी,आतिशबाजी

रात्रि 12 बजे अभिषेक दर्शन पंच द्रव्यों से पूजन के बाद पंचामृत अभिषेक

425 किलो दूध,365 किलो दही, 11 किलो घी, 

85 किलो बूरा, 11 किलो शहर से अभिषेक होगा

पंजीरी, लड्डू, खीरसा,रबड़ी कुल्लड़ का भोग लगेगा

कृष्ण मंदिरों में भक्तों का रैला

जैसे ही घड़ी की सुइयां रात 12 बजे के आंकड़े को छुएंगीं कृष्ण मंदिर घंटे-घड़ियाल और शंख ध्वनि से गूंज उठेंगे. इस दौरान भगवान का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जन्म के बाद अभिषेक होगा. शहर के अराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर में देर रात बाद ही भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया. सुबह 4.15 बजे जैसे ही मंगला झांकी खुली तो पूरा मंदिर परिसर गोविंद के जयकारों गूंज उठा. इसके बाद हर झांकी में प्रभु दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा.

गोविंद के जयकारों गूंज उठा

मंदिर परिसर में भक्तों को तीन लाइनों से प्रवेश दिया जा रहा है. इस दौरान कार्यकर्ता हर जगह तैनात है, ताकि भक्तों को दर्शनों में कोई परेशानी नहीं हो. भक्तों को बारिश और धूप से बचाने के लिए कतारों में छावन के साथ कारपेट बिछाया गया है. हर झांकी के बीच में 15 मिनट का अंतर रखा गया, जिससे के भक्तों को बिना दर्शन नहीं लौटना पड़े.

यहीं नहीं झांकियों की समय सीमा भी अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा है. शहर के मानसरोवर, विजयपथ, धोलाई स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीगिरधारी-दाऊजी मंदिर में भी आयोजन हो रहे है. अक्षरधाम में राधा-गोविंददेवजी में ठाकुरजी की चल मूर्ति का अभिषेक होगा. उधर शहर के कई मंदिरों में रात की बजाय दोपहर 12 बजे भगवान का जन्म हुआ.

अक्षरधाम में राधा-गोविंददेवजी का अभिषेक

चौड़ा रास्ता स्थित राधा- दामोदर मंदिर में भगवान का दोपहर 12 बजे महंत मलय गोस्वामी ने अभिषेक किया. अभिषेक के बाद भगवान को फूल बंगला में विराजमान किया गया. इस दौरान प्रभु दर्शनों के लिए भक्तों का रैला उमड़ा. रामगंज बाजार स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी में भी दोपहर 12 बजे भगवान का जन्माभिषेक हुई.

ये भी पढ़ें- Janmashtami 2023: उदयपुर में किस रूप में विराजमान हैं श्रीकृष्ण, जानिए इन धामों से जुड़ी पौराणिक कथा

यहां भी भगवान के बधाई गान गाए गए. नाहरगढ़ पहाड़ी स्थित चरण मंदिर में दोपहर 12:00 बजे  भगवान कृष्ण के चरण चिन्ह का वैदिक मंत्रोच्चार से पंचामृत अभिषेक हुआ. उधर घरों में भी जन्माष्टमी का उल्लास देखने को मिला. लोगों ने घरों में ठाकुरजी का शृंगार किया. गोविंददेवजी मंदिर में रात 10 से 11 बजे तक कृष्ण जन्माष्टमी की कथा होगी.

31 तोपों की सलामी के साथ भगवान कृष्ण का स्वागत 

रात 12 बजे जैसे ही प्रभु जन्म होगा 31 तोपों की सलामी के साथ आतिशबाजी से भगवान कृष्ण का स्वागत किया जाएगा. इसके बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी पंचद्रव्यों से भगवान का स्नान कराएंगे. भगवान का पंचामृत अभिषेक कर भोग लगाया जाएगा. भक्तों के दर्शनों के लिए रात एक बजे तक मंदिर के द्वार खुले रहेंगे. 

{}{}