Jaipur : जयपुर शहर में वाहनों का ट्रैफिक घटाने और प्रदूषण कम करने की दिशा में परिवहन विभाग ने कवायद तेज कर दी है. अब 15 साल से पुराने डीजल वाहनों को सीज किया जाएगा. सड़क पर चलते पाए जाने पर ऐसे वाहनों को तुरंत सीज करने की कवायद की गई है. वहीं, ई-रिक्शा को लेकर भी नए सिरे से कवायद की जाएगी. क्या होंगे महत्वपूर्ण बदलाव, देखिए, यह रिपोर्ट-
जेडीए में मंगलवार को हुई ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में परिवहन विभाग की आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा भी शामिल हुई. आमतौर पर बैठक में जयपुर आरटीओ ही शामिल होते हैं, लेकिन मंगलवार की बैठक में पूरे समय आयुक्त भी मौजूद रहीं. इस दौरान पुराने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को घटाने के लिए महत्वपूर्ण फैसला लिया गया. इस दौरान 15 साल से पुराने डीजल वाहनों को सीज करने का निर्णय लिया गया. ऐसे ट्रक-बस या टैक्सी-ऑटो जैसे वाहनों से शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. इसे देखते हुए अब इन वाहनों को सीज करने के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं ई-रिक्शा को लेकर भी परिवहन विभाग की ओर से ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर कवायद की जाएगी. ई-रिक्शा के चलते जयपुर शहर में खासतौर पर चारदीवारी इलाके में ट्रैफिक जमा बढ़ा है. इसे देखते हुए ई-रिक्शा संचालन को लेकर नए दिशा निर्देश तय किए जाएंगे. वहीं ई-रिक्शा के लिए चार्जिंग स्थल और पार्किंग स्थल विकसित किए जाने को लेकर भी डिस्कशन किया गया.
8 सीटर वाहनों के लिए निर्धारित रूट में वृद्धि के प्रस्ताव
जयपुर आरटीओ की ओर से बैठक के एजेंडा में टेंपो रूट के अलावा मिनी बसों के रूट में बदलाव के लिए भी प्रस्ताव पेश किए गए थे. हालांकि इन प्रस्तावों पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हो सका है. बैठक के दौरान आगामी डिस्कशन तक इन प्रस्तावों को अभी चर्चा के लिए रखा गया है.
मिनी बस के मार्गों में ये होंगे बदलाव
परिवहन विभाग की ओर से बोर्ड की बैठक में हुए इन निर्णयों की पालना के लिए कवायद तेज कर दी गई है. परिवहन आयुक्त स्तर से निर्णय के बाद जयपुर आरटीओ की टीमों द्वारा क्रियान्वयन किया जाएगा. वहीं जयपुर शहर में पुराने वाहन सीज करने या ई-रिक्शा पर कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस द्वारा की जाएगी.
Reporter- Kashiram Choudhary