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Jaipur: राजस्थान में इस साल ज्यादा रकबे में हुई बुवाई, अच्छे मानसून से होगी बंपर पैदावार

Jaipur News: राजस्थान में इस साल पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा बिजाई हुई है, जिससे किसानों को इस मानसूल का फायदा मिलने की पूरी उम्मीद की जार रही है.  

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Jaipur: राजस्थान में इस साल ज्यादा रकबे में हुई बुवाई, अच्छे मानसून से होगी बंपर पैदावार
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jul 17, 2023, 06:16 PM IST

Jaipur: राजस्थान में अच्छे मानसून का फायदा इस बार अन्नदाता को मिलने जा रहा है. एक तरफ जहां निर्धारित मानकों से ज्यादा क्षेत्र में बुवाई हुई है, वहीं साथ ही अच्छी बारिश बने रहने से कुल खाद्यान्न उत्पादन में भी बढ़ोतरी के संकेत हैं. देखिए ये रिपोर्ट...

राजस्थान में खरीफ फसलों में सबसे ज्यादा बाजरा की बुवाई होती है और इस वर्ष करीब 44 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बाजरा की बुवाई की जा चुकी है.कृषि विभाग ने खरीफ फसलों की कुल क्षेत्र में बुवाई का जो लक्ष्य रखा था, उसके मुकाबले विभाग अब तक 82 फीसदी का लक्ष्य हासिल कर चुका है. 

राजस्थान में बढ़ा खेती का रकबा

पिछले वर्ष प्रदेश में 165.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हुई थी, जबकि इस बार बुवाई का लक्ष्य 164.68 लाख हैक्टेयर रखा गया है.इस तरह से अच्छी बारिश का फायदा किसानों को मिलने जा रहा है.यदि बारिश का यह सिलसिला सितंबर मध्य तक जारी रहता है तो फसल उत्पादन में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.किसानों का इस बार खरीफ में खाद्यान्न उत्पादन भी बढ़ जाएगा.

खरीफ से खुशहाल

- 15 जून से राज्य में बारिश का सिलसिला शुरू हुआ

- 164.68 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का लक्ष्य रखा गया

- अब तक 134 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हुई

- कृषि विभाग ने 20 लाख से अधिक किसानों को नि:शुल्क बीज वितरित किए

- अब कृषि विभाग को कुल खाद्यान्न उत्पादन भी बढ़ने की उम्मीद

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में खरीफ फसलों के लिए पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी उपलब्ध है.फिलहाल डीएपी की मांग नहीं है, लेकिन यूरिया पर्याप्त मात्रा में किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है.डीएपी की जरूरत अक्टूबर माह के पहले सप्ताह से रबी फसलों के लिए पड़ेगी.इस बार खरीफ में कृषि विभाग 7 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया की आपूर्ति कर चुका है.

खाद कम नहीं, रबी में भी रहेगा भरपूर

- कृषि विभाग ने इस वर्ष 9.77 लाख मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता जताई
- इसके विपरीत विभाग को अब तक 7.18 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिल चुका
- प्रदेश में वर्तमान में 2.57 लाख मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध
- विभाग ने खरीफ फसलों के लिए 5.15 लाख मीट्रिक टन डीएपी की मांग जताई
- इसके विपरीत विभाग को अब तक 3.70 लाख मैट्रिक टन डीएपी मिल चुकी
- वर्तमान में 1.59 लाख मैट्रिक टन डीएपी उपलब्ध

कृषि विभाग का दावा है कि इस बार खरीफ सीजन में डीएपी और यूरिया की कमी नहीं होने दी जाएगी.वर्तमान में किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी उपलब्ध है. ऐसे में आने वाले अक्टूबर में रबी फसलों की बुवाई के लिए भी पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध रहेंगे.

Reporter- Kashiram Choudhary

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