Jaipur: जयपुर नगर निगम हेरिटेज में सियासी पारा कम नहीं हो रहा है. मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और मेयर मुनेश गुर्जर की साधारण सभा में बिना पारित करवाये बजट सरकार को भेजने पर अदावत चल रही है. अब नगर निगम हेरिटेज के कुछ कांग्रेसी पार्षद साधारण सभा की बैठक बुलाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं. उधर इस बीच में मेयर मुनेश गुर्जर ने भी मुख्यमंत्री, यूडीएच मंत्री,हैरीटेज क्षेत्र के विधायकों को एक पत्र लिखकर बड़ा दांव खेल दिया है.
जयपुर नगर निगम हेरिटेज में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.एक तरफ साधारण सभा की बैठक बुलाने के लिए पार्षद हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं.तो दूसरी तरफ नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने इस बीच मुख्यमंत्री, UDH मंत्री और नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र चार कांग्रेस के विधायक को पत्र लिखकर जल्द से जल्द वर्किंग कमेटियों का गठन करने की मांग की है. यानी कि अब जयपुर नगर निगम हैरिटेज में अब फिर से राजनीति गर्माने लगी है.
साधारण सभा नहीं बुलाने के लिए सिविल लाईन्स विधानसभा क्षेत्र से जीतकर आए कुछ कांग्रेसी पार्षद अब मेयर के खिलाफ लामबद होने लगे है. उन्होंने बैठक बुलाने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है और एक-एक पार्षदों के घर जाकर उनसे साइन करवा रहे है.वहीं मेयर ने भी अब पार्षदों के लामबंद होने की स्थिति को देखते हुए सरकार और विधायकों को एक पत्र लिखा है.जिसमें उन्होंने संचालन समितियों का जल्द गठन करने की मांग की है. ताकि निगम के कामकाज का विकेन्द्रीकरण हो और जनता को इसका फायदा मिल सके.
इस पत्र में उन्होंने संचालन समितियों का गठन नहीं होने से नगर निगम काम प्रभावित होने की बात कही.इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि संचालन समितियों का गठन बोर्ड स्तर पर बोर्ड बनने के बाद 90 दिन के अंदर करना जरूरी होता है. इसके बाद समितियों का गठन सरकार के स्तर पर होता है. इसलिए कमेटियों का गठन जल्द से जल्द किया जाए.जिससे पार्षदों में असंतोष खत्म हो और पार्टी और जनहित में भी अच्छा रहेगा. आगामी विधानसभा चुनाव है इसलिए पार्षदो के असंतोष को दूर करना बहुत जरूरी है.
साधारण सभा की बैठक आहूत करने के लिए सिविल लाईन्स से जीतकर आए पार्षद मनोज मुद्गल, दशरथ सिंह और उत्तम शर्मा ने इस अभियान की शुरूआत की है.वो पिछले कुछ दिनों से एक-एक पार्षद के घर जाकर बैठक बुलाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करवा रहे है.
इनका लक्ष्य एक तिहाई पार्षदों का समर्थन जुटाकर प्रोटोकॉल के तहत मेयर या कमिश्नर को प्रस्ताव देकर बैठक बुलाने का है.भले ही ये पार्षद मेयर के खिलाफ एकजुट होने की कोशिश कर रहे हो.लेकिन जिन पार्षदों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए उनमें से अधिकांश पार्षदों ने मेयर मुनेश गुर्जर के कामकाज से संतुष्टि जताई. पार्षदों का कहना है कि महापौर मुनेश गुर्जर के कार्यकाल में अच्छा काम हो रहा है.
लेकिन साधारण सभा की बैठक भी बुलाना जरूरी है. लेकिन इससे पहले वर्किंग कमेटीयो का गठन कर चेयरमैन बनाया जाए.वार्ड 33 पार्षद उमेश शर्मा, वार्ड 2 अंजली ब्रह्मभट्ट ने कहा कि बैठक होनी चाहिए और संचालन समितियों का गठन होना चाहिए.ताकि जनता को और ज्यादा रिलिफ मिल सके. लेकिन वर्तमान में वार्डो में जो कामकाज हो रहे है उससे वे संतुष्ट है.
बहरहाल, नगर निगम हेरिटेज में साधारण सभा की बैठक नहीं होने से पार्षद अपने क्षेत्र के मुद्दे नहीं उठा पा रहे हैं. लेकिन इस बोर्ड बैठक को नहीं बुलाने के पीछे वर्किंग कमेटियों का गठन नहीं होना है. क्योंकि सबसे ज्यादा पार्षदों में नाराजगी वर्किंग कमेटियां नहीं बनाने को लेकर है. समितियों का गठन नहीं होने से नाराज पार्षद धरने पर भी बैठ चुके हैं.