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कारगिल युद्ध में पैर गंवाने वाले पिता से मिली प्रेरणा, बेटा बना IAS

विराटनगर के पावटा में यूपीएससी में ऑल इंडिया 9वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने पर नीमकाथाना सीकर निवासी प्रीतम कुमार जाखड़ के पावटा पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने माल्यार्पण कर व बैंड बाजे की धून में जुलूस निकालकर जोरदार स्वागत किया.

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कारगिल युद्ध में पैर गंवाने वाले पिता से मिली प्रेरणा
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Jun 12, 2022, 11:43 AM IST

Viratnagar: विराटनगर के पावटा में यूपीएससी में ऑल इंडिया 9वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने पर नीमकाथाना सीकर निवासी प्रीतम कुमार जाखड़ के पावटा पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने माल्यार्पण कर व बैंड बाजे की धून में जुलूस निकालकर जोरदार स्वागत किया.

प्रीतम ने 12वीं तक शिक्षा राजस्थान स्कूल कोटपूतली से ही ग्रहण की है. प्रीतम के पिता ने कारगिल युद्ध में पैर खो दिया था, जिससे उन्हें सर्वाधिक प्रेरणा मिली, यह जानकारी स्वयं जाखड़ ने दी. जानकारी देते हुए कैलाश स्वामी ने बताया कि प्रीतम ने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की है. प्रीतम का यह सफर बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन प्रीतम ने हार नहीं मानी और अपने आइएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया.

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प्रीतम बताते हैं कि कारगिल युद्ध में पिता सुभाष जाखड़ का एक पैर खराब हो गया, लेकिन पिता ने कभी हार नहीं मानी. उनके इस संघर्ष से मुझे जिद के साथ तैयारी करने की प्रेरणा मिली. सन 2000 में सेना से सेवानिवृत्ति मिली और 2004 से पिता शिक्षा विभाग में कार्यरत है. प्रीतम ने कहा कि बीटेक के दौरान ही पिता ने सिविल सेवा की तैयारी के लिए प्रेरित किया और तैयारी के लिए घर परिवार से दूर रहकर पढ़ाई की.

प्रीतम अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों और माता-पिता को देते हैं. उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है. दृढ़ निश्चय और इच्छाशक्ति की बदौलत उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है. कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं है. हारा वही जो लड़ा नहीं है. असफलता से निराश नहीं होना चाहिए बल्कि दुगने जोश और ताकत के साथ आगे बढ़ना चाहिए. निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमेगी.

उन्होंने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की. प्रीतम का यह सफर बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है. उनका लक्ष्य राजस्थान में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और आमजन की सेवा करना है. इस दौरान कैलाश स्वामी, कैलाश यादव,मनोज सैनी, महेंद्र ताखर, सुभाष रूंडला, धर्मेंद्र यादव, मनीष योगी, ओमप्रकाश यादव, बलकेश कुमावत, सुनील गुर्जर, संजय यादव, विकास यादव, अजय स्वामी मौजूद रहे.

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