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Bharat Jodo Yatra: क्या राजस्थान के लिए गेम चेंजर साबित होगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा,जानिए किन-किन नेताओं की प्रतिष्ठा लगेगी दांव पर?

Bharat Jodo Yatra 2022 in Rajasthan: यात्रा के दौरान कांग्रेस का बड़ा फोकस अपने सबसे मजबूत क्षेत्र पूर्वी राजस्थान पर आने वाला है. यहां सवाई माधोपुर दौसा और अलवर ज़िले से यात्रा गुजरेगी. 

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Bharat Jodo Yatra: क्या राजस्थान के लिए गेम चेंजर साबित होगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा,जानिए किन-किन नेताओं की प्रतिष्ठा लगेगी दांव पर?
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Sushant Pareek|Updated: Dec 02, 2022, 05:30 PM IST

Jaipur भले ही राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा को गैर राजनीतिक यात्रा बता रहे हैं लेकिन ये यात्रा राजस्थान के लिए राजनीतिक मायने में भी बेहद अहम मानी जा रही है. यात्रा की सबसे खास बात ये है की इसमें कांग्रेस ने अपने किलों को मजबूत करने की कवायद करने के साथ ही भाजपा के बड़े गढ़ में भी सेंध लगाने की कोशिश करती दिख रही है. अपनी इस यात्रा में राहुल गांधी राजस्स्थान में 17 दिनों में 521 किलोमीटर का सफर तय करेंगे. इस दौरान वे 6 जिलों झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर की 18 विधानसभाओं से गुजरेंगे. यात्रा के दौरान टोंक जिले में सिर्फ 5-6 किलोमीटर का हिस्सा कवर होगा.

राजस्थान में यात्रा का आगाज हाड़ौती से होगा जिसे भाजपा और लोक सभा स्पीकर और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ कहा जाता है. झालावाड़ जिले की अगर बात की जाए तो यहां जिले की एक विधानसभा सीट झालरापाटन विधानसभा सीट से होते हुए गुजरेगी. कोटा जिले की 5 विधानसभा सीटों से गुजरेगी. यहां सबसे पहले रामगंज मंडी फिर सांगोद विधानसभा क्षेत्र उसके बाद लाडपुरा विधानसभा होते हुए कोटा शहर में एंट्री करेगी. कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में होते हुए कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे. यहीं से ही चंबल नदी को पार करते हुए बूंदी जिले के केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में यात्रा का प्रवेश होगा बूंदी जिले की विधानसभा क्षेत्र से यात्रा गुजरने वाली है.

इन विधानसभा सीटों के अलावा सीधे तौर पर 2 लोकसभा क्षेत्र झालावाड़ और दूसरी तरफ कोटा और बूंदी में यात्रा का प्रभाव देखने को मिलेगा. झालावाड़ जिले की अगर बात करें तो झालावाड़ जिले की 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का ही कब्जा है. कांग्रेस के बड़े चेहरों की करें तो झालावाड़ जिले में पूरी तरह से कमान यात्रा के प्रभारी बनाए गए प्रमोद जैन भाया ने संभाली हुई है. इस यात्रा के साथ झालावाड़ जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गुर्जर पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा पीसीसी सदस्य सुरेश गुर्जर की प्रतिष्ठा इस यात्रा के साथ दांव पर लगी है.

मगर बात कोटा जिले की करें तो कोटा जिले में यात्रा की कमान सीधे तौर पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने संभाली हुई है यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल यात्रा को लेकर बीते 15 दिनों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं. कोटा जिले में यात्रा का प्रभारी कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी को बनाया गया है. सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह, पूर्व विधायक रामगंज मंडी और पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने कोटा जिले में कमान संभाली हुई है. बूंदी जिले के केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र से यात्रा होकर के गुजरेगी यहां पर कमान खेल मंत्री अशोक चांदना ने संभाली हुई है. बूंदी जिले की केशोरायपाटन विधानसभा चित्र से यात्रा होकर के गुजरेगी. कोटा के पीपल्दा से कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा भी केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में यात्रा को लेकर मोर्चा संभाले हुए हैं.
 

झालावाड़ में 2 दिन

पहला दिन: राजस्थान में यात्रा की शुरुआत सुबह 6 बजे झालावाड़ में काली तलाई से होगी. लगभग 16 किलोमीटर चलने के बाद बिन्दा टोल के पास राहुल गांधी लंच करेंगे. यहां से झालरापाटन में सूरजपोल नाका चौराहा पर राहुल की सभा यानी कॉर्नर मीटिंग होगी. इसके बाद झालावाड़ में विजयाराजे खेल संकुल में नाइट स्टे होगा.

दूसरा दिन: खेल संकुल से यात्रा शुरू होकर देवरी घटा पहुंचेगी. यहां लंच के बाद सुकेत से यात्रा शुरू होकर हिरिया खेड़ी चौराहा पहुंचेगी. यहां राहुल की सभा होगी. इसके बाद मोरू कलां के खेल मैदान में नाइट स्टे होगा.

कोटा में 2 दिन
 

तीसरा दिन : कोटा में दरा स्टेशन के बाद गणेश मंदिर से यात्रा शुरू होगी. इसके बाद अकलंग स्कूल में लंच होगा. मान्दल्या रोड, मंडाना से यात्रा फिर शुरू होकर केबल नगर पहुंचेगी. यहां कॉर्नर मीटिंग के बाद यात्रा मदन मोहन मालवीय फार्म हाउस योजना, जगपुरा पहुंचेगी. जहां राहुल का नाइट स्टे होगा.

चौथा दिन : कोटा में यात्रा विश्राम

पांचवा दिन: आशापूर्ण सूर्यमुखी मंदिर पर राहुल गांधी दर्शन करेंगे. यहां से यात्रा शुरू होकर कोटा शहर में प्रवेश करेगी. यहां राहुल गांधी राजीव गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. इसके बाद उम्मेद सिंह स्टेडियम में उनका लंच होगा. यहां से रंगपुर में नोरदन बायपास चौराहा पर सभा कर राहुल गुडली पहुंचेंगे. यहां राहुल का नाइट स्टे होगा.

बूंदी में 3 दिन

पांचवां दिन : बूंदी के केशवरायपाटन विधानसभा के गुडली चौराहे से यात्रा शुरू होगी. इसके बाद अरनेठा - श्रीपुरा के बीच में लंच, कापरेन के बालापुरा चौराहे पर कॉर्नर मीटिंग और बाजड़ली रेलवे अंडरपास के नजदीक राहुल गांधी का नाइट स्टे होगा.

सातवां दिन : बलदेवपुरा से शुरू होकर लवान सीएडी कैम्पस पर लंच और फिर लाखेरी चौराहे पर कॉर्नर मीटिंग के बाद आजाद नगर में नाइट स्टे होगा.

सातवां दिन : केशवरायपाटन में ही बबई तेजाजी रामदेव मंदिर से यात्रा शुरू होगी. इसके रणथम्भौर मिडवे, पीपलवाड़ा पर लंच और फिर भगत सिंह चौराहा, कुसथला में कार्नर मीटिंग होगी. इसके बाद बोरिप में नाइट स्टे होगा.

यात्रा के दौरान कांग्रेस का बड़ा फोकस अपने सबसे मजबूत क्षेत्र पूर्वी राजस्थान पर आने वाला है. यहां सवाई माधोपुर दौसा और अलवर ज़िले से यात्रा गुजरेगी. लोक सभा के लिहाज़ से टोंक सवाईमाधोपुर सीट कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है टॉम से कांग्रेस के सचिन पायलट विधायक हैं ऐसे में कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस लोकसभा सीट पर भी विशेष फोकस बनाए हुए हैं. यात्रा टोंक जिले के कुछ किलोमीटर में ही चलेगी लेकिन सवाईमाधोपुर पर बढ़ा फोकस रहने वाला है.

इस संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की 8 सीटें आती हैं जिनमें गंगापुर, बामनबास, सवाईमाधोपुर, खंडर, मालपुरा, निवाई, टोंक व दवेली-उनियारा शामिल हैं. सचिन पायलट के अलावा इस क्षेत्र में कांग्रेस के बड़े नेताओं में दानिश अबरार हरीश मीणा प्रशांत बैरवा इंदिरा मीना जैसे नाम शामिल हैं.

दौसा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें बस्सी चाकसू थानागाजी बांदीकुई महुआ सिकराय दौसा और लालसोट शामिल हैं. अगर बड़े नेताओं की बात करें तो मंत्री परसादी लाल मीणा ममता भूपेश मुरारीलाल मीणा जैसे बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा इस क्षेत्र में जुड़ी हुई है.

सवाईमाधोपुर में 3 दिन

9 वां दिन : यात्रा जीनापुर से शुरू होगी. यहां से आगे बढ़कर सवाई माधोपुर के सुरवाल पहुंचेगी. यहां लंच के बाद दुब्बी में कॉर्नर मीटिंग और फिर नाइट स्टे दहलोद में होगा.

दसवां दिन सवाई माधोपुर के भाड़ोती से शुरू होकर श्यामपुरा पहुंचेगी. यहां लंच के बाद बगडी में कॉर्नर मीटिंग और फिर बीलोना में नाइट स्टे

11 वां दिन : यात्रा गोलियां से शुरू होकर लालसौट के डीडवाना पहुंचेगी. यहा एंग्रीकल्चर कॉलेज में किसानों से बातचीत करेंगे राहुल गांधी, लंच के बाद नयावास पर कॉर्नर मीटिंग और फिर नागल राजवतान में मीणा हाईकोर्ट में नाइट स्टे होगा.

दौसा में 2 दिन

12वां दिन : मीणा हाईकोर्ट से शुरू होकर कोली समाज धर्मशाला दौसा में लंच, गिरराज धरण दौसा में कॉर्नर मीटिंग और भांडारेज काला खोह - हाइवे पर नाइट स्टे होगा.

13 वां दिन- यात्रा शुरू होकर कोली समाज छात्रावास में लंच होगा. दौसा के गिरिराज मंदिर में राहुल गांधी दर्शन करेंगे.

सिकराय दिल्ली मुंबई हाईवे भूमि पर में नाइट स्टे होगा.

14 वां दिन

यात्रा शुरू होकर सिकंदरा पुलिस स्टेशन के पास लंच होगा. वहीं बांदीकुई के मुकुरपुरा में कॉर्नर मीटिंग होगी.

राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन अलवर में होगा जहां से यात्रा हरियाणा सीमा में प्रवेश करेगी.इस दौरान अलवर के मालाखेड़ा में एक बड़ी जनसभा का भी आयोजन होगा जिसमें तीन से चार लाख की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है. राहुल गांधी इससे पहले भी चार साल पहले अलवर आये थे तब भी इसी अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मालाखेड़ा में जनसभा का आयोजन किया गया था. राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री टीकाराम जूली यहां से विधायक है ,

अलवर में यात्रा से राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा ,अलवर ग्रामीण व रामगढ़ को ज्यादा मिलेगा खास कर इन क्षेत्रों में जो मेव , मीणा व एससी एसटी समाज के लोगो की संख्या अधिक होने से जनप्रतिनिधियों को इस सभा से खासी उम्मीद है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से खासकर राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा से जौहरी लाल मीणा , अलवर ग्रामीण विधानसभा से विधायक टीकाराम जूली , बानसूर विधायक शकुंतला रावत , अलवर से पूर्व सांसद रहे भंवर जितेंद्र सिंह सहित मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान व रामगढ़ विधायक साफिया खान की भी प्रतिष्ठा इस यात्रा से जुड़ी हुई है .

अलवर में 2 दिन

15वां दिन : कोलाना से यात्रा अलवर में प्रवेश कर सुरेर के ढाणी पहुंचेगी. यहां लंच के बाद मालाखेड़ा में कॉर्नर मीटिंग होगी. इसके बाद महुआ में नाइट स्टे होगा.
 

16 वां दिन : बूरजा में भगवान महावीर आईटीआई से शुरू होगा लोहिया का तिवारा पर लंच होगा. इसके बाद रामगढ़ में कॉर्नर मीटिंग और फिर अलवर के बिजवा में यात्रा का नाइट स्टे होगा. इसके बाद अगले दिन यात्रा कुछ दूरी तय कर हरियाणा में प्रवेश कर जाएगी.

इस यात्रा के ज़रिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि राजस्थान में न केवल विधानसभा व लोकसभा चुनाव के लिहाज़ से भी यात्रा का राजनीतिक लाभ उठाए जाएं इसलिए अलग अलग ज़िलों में अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय लोगों से मुलाकात मंदिर में दर्शन किसानों से मीटिंग सहित विभिन्न वर्गों से राहुल गांधी का इंटरेक्शन करवाने की योजना बनायी जा रही है हर जगह राहुल गांधी कॉर्नर सभा करेंगे वहां स्थानीय मुद्दों पर भी राहुल गांधी बात कर सकते हैं कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि राजस्थान कांग्रेस इस यात्रा को गेम चेंजर मान रही है लेकिन देखना होगा यात्रा राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के खेल को रोकने में कितनी कामयाब होती है.

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