Jaipur News: देश को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जयंती पर रविवार को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.प्रदेश बीजेपी की ओर से बथू स्तर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए.बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अटल राजनीति के अजात शत्रू थे, जिन्होंने लोकतंत्र को ताकत दी.
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पूर्व प्रधामंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 98वीं जयंती पर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की.इस मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए बीजेपी में प्रदेश में बूथ स्तर पर व्यवस्था की गई.
इनमें आम कार्यकर्ताओं के साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्रियों सहित अन्य प्रमुख नेता, पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे.सब जगह कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की.पूनिया ने पहले आमेर में कार्यकर्ताओं के साथ मन की बात सुनी और इसके बाद बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचकर वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
प्रदेश बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मना रही है.इसके तहत ही बूथ स्तर पर पार्टी की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
इस दौरान वाजपेयी से जुड़े संस्मरणों तथा उनके संघर्ष को कार्यकर्ताओं को बताया ताकि वो प्रेरणा लेकर पार्टी के लिए काम कर सकें.पहले मन की बात में पीएम मोदी तथा बाद में नेताओं ने कार्यकर्ताओं को अटल बिहारी वाजपेयी की विनम्रता और पार्टी के लिए गए कार्यों का उल्लेख किया.पार्टी में बूथ से लेकर मंडल और प्रदेश कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किए गए.
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इधर पार्टी प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी देश के मूर्धन्य राजनेता और राजनीति के अजात शत्रू थे.उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाया.प्रधानमंत्री ग्राम सडक जैसी योजनाएं दी.बीजेपी परिवार की तरफ से याद करता हूं, वहीं मुझे तीन पीढियों के साथ काम करने का मौका मिला.
अटल बिहारी कहा करते थे कि मन से कोई बड़ा नहीं होता है, अटलजी की कविताओं में जीवन का सार दिखता है.अटलजी की जीवनी से बहुत कुछ सीखने को मिलता है.अटल बिहारी कार्यकर्ताओं से आसानी घुलमिल जाते थे.यह भी संयोग है कि अटल बिहारी वाजपयी, अब्दुल कलाम और भैरोसिंह शेखावत तीनों ही राजस्थान में परमाणु परीक्षण के साक्षी रहे.अटलजी की 98 वहीं जयंती है, वहीं भैरोंसिंहजी का शताब्दी वर्ष है.
लोग इंदिरा गांधी को देखने तथा अटलजी को सुनने आते थे.चौधरी चरण सिंह के लिए अल्बर्ट हाल पर सभा हुई थी. उसमें वाजपेयी का भाषण दिल को छू जाने वाला था.वाजपेयी ने जनसंघ से लेकर संघर्ष कर बीजेपी को शीर्ष पर पहुंचाया.पूनिया ने कहा कि वो ऐसा वक्त था जब अटलजी ने भारतीय लोकतंत्रको ताकत दी.वाजपेयी ने 26 दलों से गठबंधन कर सरकार बनाई तथा देश को गठबंधन की राजनीति दी.
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