Home >>जयपुर

अशोक गहलोत की ST,SC, OBC और EWS को बड़ी सौगात, इस चीज के लिए अब नहीं देने होंगे पैसे

राजस्थान की जनता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और बड़ी सौगात दी है. राजस्थान में स्वास्थ्य से जुड़ी हुई दुनिया की सबसे बड़ी चिरंजीवी योजना के तहत दिए जाने वाले ₹850 के प्रीमियम को लेकर बड़ी राहत दी है.

Advertisement
अशोक गहलोत की ST,SC, OBC और EWS को बड़ी सौगात, इस चीज के लिए अब नहीं देने होंगे पैसे
Stop
Shashi Mohan|Updated: Aug 03, 2023, 08:52 PM IST

Ashok Gehlot announcement for Chiranjivi Yojana : राजस्थान की जनता को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और बड़ी सौगात दी है. राजस्थान में स्वास्थ्य से जुड़ी हुई दुनिया की सबसे बड़ी चिरंजीवी योजना के तहत दिए जाने वाले ₹850 के प्रीमियम को लेकर बड़ी राहत दी है. एसटी, एससी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के लोगों के मेडिकल प्रीमियम को अब सरकार भरेगी यानी एसटी, एससी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस को हर साल ₹850 का बीमा प्रीमियम नहीं देना होगा. इससे सरकार पर 425 करोड़ रुपए का भार आएगा.

वहीं सीएम गहलोत ने कहा कि समाज भी डॉक्टर्स पर पूरा विश्वास करे. कई बार डॉक्टर्स की भी विकट परिस्थितियां होती हैं. सीएम गहलोत ने डॉक्टर्स को नसीहत देते हुए कहा कि आप भी इतना समझो. चाहे कुछ भी करो, लेकिन हड़ताल मत करो. आपको विरोध करना है तो मेरे घर के बाहर धरना दे दो. काली पट्टी बांध कर काम करो. आपका तो काली पट्टी बांधना ही मेरे लिए पर्याप्त मैसेज है. तनख्वाएं हैं, पे स्केल और दूसरी सुविधाएं राजस्थान में दूसरे राज्यों से बेहतर है. सीएम ने कहा कि RSS, कांग्रेस और बीजेपी सब अपनी जगह हैं. उनको भी आप रखो चाहे. लेकिन RSS से जुड़े लोगों से अपील करना चाहूंगा कि डॉक्टर्स को भड़काने का काम मत करो.

 

सीएम ने कहा कि हमने आवान्हन किया कि राजस्थान निरोगी रहे. इलाज करवाने के लिए किसी भी चीज को गिरवी नहीं रखना पड़ेगा. ना घर, न गहने. करीब 10 साल पहले राजीव अरोड़ा, सुधीर भंडारी की टीम ने अंगदान का माहौल बनाया. मैंने भी इनका साथ दिया. अंगदान की भावना तमिलनाडु में जागृत हुई. दिल्ली में अंगदान की भावना नहीं थी. कोई अवेयरनेस नहीं था. देशभर में 2 लाख लोगों की मौत हो जाती है. अंगदान नहीं मिलने के कारण बहुत कम लोगों के ट्रांसप्लांट हो पाता है. अगर कोई अपना इलाज चेन्नई में भी करवाना चाहता है तो RGHS की राशि ट्रांसफर कर दी जाती है. ताकि इलाज सही से हो सके. राजस्थान में एक साल में 2.50 लाख लोगों की एक्सीडेंट से मौत हो जाती है. कई लोगो को जिंदगी नहीं मिल पाती हैं.

यह भी पढ़ें

Dabur Honey : जिसे सेहतमंद समझ रहे थे वो शहद लैब टेस्ट में फेल

राजस्थान कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की कमान गौरव गोगोई के हाथ, टिकट बंटवारे में सचिन पायलट की बात का भी होगा वजन

{}{}