Home >>जयपुर

95 पुलिस अफसरों का सम्मान, DGP लाठर ने दिनेश एमएन और जोस मोहन को दिया पुलिस पदक

 प्रदेश में कानून व्यवस्था, अपराधों पर नियत्रंण और अलग-अलग प्रकरणों की जांच सहित उल्लेखनीय और सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कार्मियों को सम्मान करने का सिलसिला जारी है.

Advertisement
95 पुलिस अफसरों का सम्मान, DGP लाठर ने दिनेश एमएन और जोस मोहन को दिया पुलिस पदक
Stop
Sharad Purohit|Updated: Oct 12, 2022, 06:16 PM IST

जयपुर: प्रदेश में कानून व्यवस्था, अपराधों पर नियत्रंण और अलग-अलग प्रकरणों की जांच सहित उल्लेखनीय और सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कार्मियों को सम्मान करने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में बुधवार को राजस्थान पुलिस मुख्यालय में डीजीपी एमएल लाठर ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया. पुलिस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डीजीपी एमएल लाठर ने प्रदेश के 95 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक, अति उत्कृष्ट सेवा पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक,अन्वेषण में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक और डीजीपी डिस्क प्रशस्ति रोल, प्रदान कर सम्मानित किया. सम्मानित होने वाले कार्मिकों में 39 आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं.

डीजीपी ने अतिरिक्त महानिदेशक (ACB) दिनेश एमएन, महानिरीक्षक (IG) पुलिस जोस मोहन और कॉन्स्टेबल मन मदन नायर को पुलिस पदक प्रदान किया.वहीं, पुलिस आयुक्त जोधपुर रविदत्त गौड़, सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम सिंह, सरजीत सिंह और महावीर प्रसाद को अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया.

9 अधिकारियों को मिला डीजीपी डिस्क और प्रशस्ति पत्र

इसके अलावा अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवा पदक, केंद्रीय गृहमंत्री पदक प्रदान कर सम्मानित किया. साथ ही 36 आईपीएस सहित 63 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारी को डीजीपी डिस्क प्रदान किया गया. वहीं राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक समेत 9 अधिकारियों और कर्मचारियों को भी डीजीपी डिस्क और प्रशस्ति पत्र दिया गया.

 

विधि विज्ञान प्रयोगशाला के कार्यों की सराहना

इस मौके पर डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. डीजीपी एमएल लाठर ने सम्मानित होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हुए विभाग में उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया है. इनसे अन्य कार्मिकों को भी प्रेरित होकर आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने अपराधिक प्रकरणों के अनुसंधान में योगदान देने वाले विधि विज्ञान प्रयोगशाला के कार्यों की भी सराहना की.

{}{}