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Bharatpur News: राजपरिवार में आपसी 'विद्रोह', विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी ने बताया विवाद कहां से शुरू हुआ, पति पर लगाए ये गंभीर आरोप

Vishvendra Singh and Divya Singh dispute: विश्वेन्द्र सिंह की मांग है कि उनकी पत्नी व बेटे से पांच लाख रुपए प्रतिमाह भरण-पोषण दिलाया जाए.

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Bharatpur News: राजपरिवार में आपसी 'विद्रोह', विश्वेन्द्र सिंह की पत्नी ने बताया विवाद कहां से शुरू हुआ, पति पर लगाए ये गंभीर आरोप
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: May 19, 2024, 03:56 PM IST

Vishvendra Singh and Divya Singh Dispute: पूर्व कैबीनेट मंत्री और भरतपुर राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह (Vishvendra Singh) के खिलाफ उनकी पत्नी पूर्व सांसद दिव्या सिंह (Divya Singh) और उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सांसद दिव्या सिंह और अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि एसडीएम पर दबाब विश्वेन्द्र सिंह बना रहे हैं. 6 मार्च को कोर्ट में मामला गया लेकिन उनकी तरफ से कोई भी वकील हाजिर नहीं होता है.

दिव्या सिंह ने कहा,'' 30 साल से मुझ पर अत्याचार हो रहा है ,अगर मैंने मुंह खोला तो मामला सुप्रीम कोर्ट तक चला जायेगा.मेरा बेटा अनिरुद्ध मेरी रक्षा कर रहा है. मैं उसके लिये सड़क पर उतरने को तैयार हूं. मैं आज पहली बार बेटे के साथ मीडिया के सामने आई हूं. विश्वेन्द्र सिंह मोती महल को बेचना चाहते हैं. विवाद यहीं से शुरू हुआ लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दूंगी.महाराजा सूरजमल की सभी प्रोपर्टी को बेच दिया गया. हमारे क्रिमिनेशन ग्राउंड तक बेच दिए गए.जो बचा है उसे बचाने की कवायद में हम जुटे हैं. मैं 33 साल से घर संवारने में जुटी हूं''

दिव्या सिंह ने प्रार्थना पत्र में विश्वेन्द्र द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारा.विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध व पत्नी दिव्या सिंह ने विश्वेन्द्र सिंह पर पलटवार किया. 

गौरतलब है कि विश्वेन्द्र सिंह ने एसडीएम कोर्ट भरतपुर में पत्नी व बेटे के खिलाफ प्रार्थना पत्र पेश कर भरण पोषण अधिनियम में वाद पेश कर गम्भीर आरोप लगाते हुए 5 लाख रुपये प्रतिमाह भरणपोषण देने की मांग की है.

बता दें कि भरतपुर के पूर्व राज परिवार के सदस्य एवं पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी पूर्व सांसद दिव्या सिंह एवं पुत्र अनिरुद्ध के खिलाफ उपखंड अधिकारी के यहां भरण-पोषण का प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया है. इसमें सिंह ने पांच लाख रुपए प्रतिमाह भरण-पोषण के साथ मोती महल, कोठी दरबार निवास आदि पर कब्जा दिलाने की बात कही है.

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