Home >>Banswara

Rajasthan Politics: गोविंद सिंह डोटासरा और सुखजिंदर सिंह रंधावा ने महेंद्रजीत सिंह मालविया पर बोला हमला,कहा-मालविया ने कांग्रेस के साथ की गद्दारी

Rajasthan Politics:राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए महेंद्रजीत सिंह मालविया पर जमकर हमला बोला. आज उनकी हैसियत सीडब्ल्यूसी सदस्य,केंद्र में एक बार सांसद और प्रदेश में दो बार मंत्री रहे है. 

Advertisement
Rajasthan politics
Stop
Ajay Ojha|Updated: Mar 06, 2024, 09:50 PM IST

Rajasthan Politics:राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए महेंद्रजीत सिंह मालविया पर जमकर हमला बोला. 

प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा की वो अपनी मां के पेट से बड़ा होकर पैदा नहीं हुआ है,कोई राजा का बेटा नहीं है,एक आदिवासी था . कांग्रेस ने उन्हे आगे बढ़ाया,इतना बड़ा वट वृक्ष बनाया.आज उनकी हैसियत सीडब्ल्यूसी सदस्य,केंद्र में एक बार सांसद और प्रदेश में दो बार मंत्री रहे है. 

हम अभी रास्ते में आ रहे थे तो लोगो ने कहा कांग्रेस का यहां नेता गड़बड़ कर सकता है हम लोग नहीं,हम कांग्रेस में थे ,रहेंगे और कांग्रेस को जिताएंगे और मालविया को पटकनी देंगे. बीजेपी ने उन्हें लोकसभा की टिकट दी है,बीजेपी के पास कोई आदमी नही था,यह किस लालच में गए है,किस भय से गए है ,किस डर से गए है,वो जाने इनका काम जाने. मालविया का जो कद बड़ा है वो यया के कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मेहनत से मिला है.

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने गद्दारी की है और इसका परिणाम इन्हे आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा. ऐसे लोगो का कोई राजनीति भविष्य नहीं होता है और वो पछताएंगे. यहां के कार्यकर्ता इतने मजबूत है की उनको आने वाले समय में छटी का दूध याद दिला देंगे. और वो लोकसभा में भी नही जा पायेंगे और बागीदोरा में भी हार जायेंगे.

इनको बीजेपी की स्वीकार नहीं करेगी,इसके खिलाफ बीजेपी ने ही बहुत कुछ लिखा है. वही कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी मालविया पर हमला बोला,रंधावा ने कहा की जो आदमी अपने गुरु का दिन मना रहा है और वो आदमी ईडी से भाग जाए. 

जहां बीजेपी के अध्यक्ष ने उसके खिलाफ आरोप लगाए है,और वो भाग जाए. आदिवासी गुरु जो थे वो अंग्रेजों के आगे झुके नहीं और ये चले गए. जो व्यक्ति अपनी कोम का नही हुआ ,जो डर कर भाग गया. आदिवासी कभी डरता नहीं है पर यह चला गया.

यह भी पढ़ें:Dholpur News: 17 करोड़ का इंजेक्शन बचा सकता है हृदयांश की जान,सामाजिक संगठन ने उठाई आर्थिक मदद मुहिम

 

{}{}