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पिता ने किया सुबह पैसे देने का वादा, बेटी को नहीं हुआ भरोसा और पी लिया जहर

बांसवाड़ा जिले में लड़की ने बीती शाम उसके पिता से बोर्ड का फार्म भरने के लिए रुपये मांगे थे और पिता ने रुपये होने से इनकार कर दिया और आश्वासन दिया कि शनिवार को बकरा बेचने जाएगा, वहां से जो भी रुपये मिलेंगे, उसे फार्म भरने के लिए देगा. पिता की बातों पर उसे भरोसा नहीं हुआ और भविष्य की चिंता में लड़की रातभर सोई नहीं और सुबह तड़के उसने जहर पी लिया. 

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बेटी को नहीं हुआ भरोसा
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Sep 03, 2022, 05:40 PM IST

Banswara: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में जहर पीने से 12वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा की मौत हो गई. छात्रा का शहर के महात्मा गांधी जिला अस्पताल में उपचार चल रहा था. 

लड़की ने बीती शाम उसके पिता से बोर्ड का फार्म भरने के लिए रुपये मांगे थे और पिता ने रुपये होने से इनकार कर दिया और आश्वासन दिया कि शनिवार को बकरा बेचने जाएगा, वहां से जो भी रुपये मिलेंगे, उसे फार्म भरने के लिए देगा. पिता की बातों पर उसे भरोसा नहीं हुआ और भविष्य की चिंता में लड़की रातभर सोई नहीं और सुबह तड़के उसने जहर पी लिया. 

जानकारी पर परिवार उसे लेकर महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचा, जहां चार घंटे बाद उसकी मौत हो गई. मामला आंबापुरा थाने का है. मृतका के भाई ने बताया कि ठीकरिया (आंबापुरा) निवासी लक्ष्मी (18) पुत्री हरियाचंद्र चरपोटा की जहर पीने से मौत हो गई. परिवार ने बताया कि लक्ष्मी ने बीती शाम उसके पिता से 12वीं बोर्ड का फार्म भरने के लिए रुपये मांगें थे, तब पिता ने जेब खाली होने का हवाला दिया. 

साथ ही सुबह बकरा बेचकर फार्म भरने के लिए रुपये देने की बात कही, लेकिन लड़की को लगा कि शनिवार को फार्म नहीं भर पाएगी तो छुटि्टयां आ जाएंगी. ऐसे में उसका फार्म नहीं भर पाएगा. सुबह करीब 3 बजे बिस्तर से उठने के बाद लक्ष्मी ने खेत में जाकर जहर पी लिया. जानकारी मिलने पर करीब 3 घंटे बाद परिवार उसे महात्मा गांधी जिला अस्पताल लेकर आया, यहां उपचार के दौरान सुबह करीब 10 बजे उसकी मौत हो गई. 

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परिवार का कहना है कि बाद में उन्हें पता चला कि बोर्ड का फार्म भरने की अंतिम तारीख 10 सितम्बर है, जबकि लड़की को इसकी पूरी जानकारी नहीं थी. उसने शनिवार अंतिम तारीख समझी थी और इसके बाद रविवार था, इसलिए वह डिप्रेशन में चली गई. परिवार के लोग शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते है. 

शव मोर्चरी में रखा हुआ है और पुलिस भी चिकित्सालय पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवाने की प्रक्रिया की जा रही है. परिवार का कहना है कि उन्हें किसी के ऊपर कोई आशंका नहीं है. बता दें कि लड़की परिवार में सबसे बड़ी बेटी थी और कुल तीन बहनें थी. वहीं लड़की की मां मानसिक रोग का शिकार है.

Reporter: Ajay Ojha

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