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पूर्व सैनिक संगठन ब्यावर में इस मुद्दे पर जताया गया रोष, राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन

Beawar News:  पूर्व सैनिक संगठन ब्यावर के पदाधिकारियों ने पूर्व सैनिकों के साथ ओ आर ओ पी द्वितीय में हुए भेदभाव को लेकर रोष जताया है. साथ ही इसके खिलाफ एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है.

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पूर्व सैनिक संगठन ब्यावर में इस मुद्दे पर जताया गया रोष, राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन
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Zee Rajasthan Web Team|Updated: Apr 04, 2023, 06:41 PM IST

Beawar, Ajmer: समस्त पूर्व सैनिक संगठन ब्यावर के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने पूर्व सैनिकों के साथ ओ आर ओ पी द्वितीय में हुए भेदभाव को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया है. इस हेतु समस्त पूर्व सैनिक संगठन ब्यावर के पदाधिकारी एवं सदस्य मंगलवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उपस्थित सभी पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ अपना रोष प्रकट करते हुए नारेबाजी की. इसके पश्चात कोर्ट परिसर से नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे. 

जहां पर पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों ने देश के सभी 28 लाख पूर्व सैनिकों के साथ केंद्र सरकार द्वारा ओ आर ओ पी वित्तीय में हुए भेदभाव पर नाराजगी प्रकट करते हुए, और ओ आर ओ पी द्वितीय की विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू के नाम एसडीएम मृदुल सिंह को एक ज्ञापन सौंपा.

एसडीएम सिंह को दिए ज्ञापन में पूर्व सैनिकों ने बताया कि यदि देश की राष्ट्रपति देश के पूर्व सैनिकों की व्यथा नहीं सुनेंगे तो वह कहां जाएंगे. ज्ञापन में बताया गया कि सेना के रिटायर अधिकारी की कुटिल नीति ने ओ आर ओ पी द्वितीय में आर्मी एयरफोर्स नेवी के रिटायर जवान के सीईओ के पेट काटने का काम किया है. जिसके चलते शहीद की वीरांगना जंतर मंतर दिल्ली में प्रदर्शन कर रही है. ज्ञापन में बताया गया कि ओ आर ओ पी जीटीए में जवान जेसीओ के साथ हुए नाइंसाफी को लेकर देश के जवान जेसीओ संगठन फरवरी 2023 से लगातार दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

इस धरने का समस्त पूर्व सैनिक संगठन समर्थन करते हैं. साथ ही सरकार से ओ आर ओ पी द्वितीय में विसंगतियों को संशोधित करने की सरकार से मांग करती है. ज्ञापन में बताया गया कि जुलाई 2014 के बाद वाले पी एम आर(वी आर एस) को ओ आर ओ पी से बाहर कर दिया गया जबकि भर्ती के शर्त के मुताबिक 15 साल की सेवा बाद वीआरएस लिया सैनिक पी एम आर नहीं होता है.

देश के सभी पूर्व सैनिकों का उपरोक्त पांच सूत्रीय मांग अक्सर न्याय संगत है, इस ओ आर ओ पी में 85% बजट अधिकारी खा गए जिन पर ओ आर ओ पी लागू नहीं है.पूर्व सैनिक संगठनों ने राष्ट्रपति से आरोपी द्वितीय में तत्काल प्रभाव से संशोधन करवाने की मांग की है.

ज्ञापन देने वालों में रामेश्वर प्रसाद, श्रवण सिंह भाटी, राधावल्लभ माहेश्वरी,मच्छेन्द्र नाथ,अमरचंद, मोहनलाल, पंचम सिंह,रोशन काठात, अब्दुल काठात,कप्तान काठात, बहादुर काठात,निजामुद्दीन, अकबर काठात,देवी सिंह चौहान, पांचू सिंह, प्रेम सिंह, केदार सिंह, इंदर सिंह, मंगल सिंह, संतोष सिंह, मान सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक मौजूद रहे.

Reporter- Dilip Chauhan

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