Ajmer: 11 करोड़ की नशीली दवाओं के मामले में अभियुक्त की गिरफ्तारी लेने के बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं करने पर एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार एसओजी की निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को आज रिमांड अवधि के बाद अजमेर एनडीपीएस न्यायालय में पेश किया गया. जहां से सुनवाई के बाद आरोपी मित्तल को 18 अप्रैल तक जुडिशल कस्टडी में जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं. मामले की जानकारी देते हुए एनडीपीएस एक्ट न्यायालय के विशिष्ट लोक अभियोजक राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि अजमेर की रामगंज थाने में करोड़ों रुपए की नशीली दवाओं के मामले में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे.
इसके साथ ही एक अलवर गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था इसी बीच आरोपी संजीव नंदवानी की गिरफ्तारी मांगने के बावजूद उसे तत्कालीन एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल द्वारा गिरफ्तार नहीं किया गया. जिसके चलते उन्हें रिश्वत मामले में जमानत मिलने के बाद जेल के बाहर से मुकदमा नंबर 183 ऑब्लिक 21 में गिरफ्तार कर लिया गया, और एनडीपीएस एक्ट 59 सहित अलग-अलग धाराओं में पूछताछ की गई 2 तारीख को न्यायालय में पेश कर एसओजी ने दिव्या मित्तल को रिमांड पर लिया गया था.
इस दौरान उनसे विस्तृत पूछताछ की गई इसके बाद आज एक बार फिर एनडीपीएस न्यायालय में रिमांड अवधि पूरी होने पर पेश किया गया. जहां से उसे जुडिशियल कस्टडी में जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं गौरतलब है कि दिव्या मित्तल पर दवा कंपनी के मालिक से दो करोड़ की रिश्वत मामले में भी मुकदमा चल रहा है, जिसे लेकर उसे जमानत पर छोड़ा गया है. फिलहाल इस संबंध में ऐसे भी अपनी जांच में जुटी है. तो वहीं एसओजी भी करोड़ों की दवाओं के मामले में पद का दुरुपयोग करते हुए अभियुक्त को राहत पहुंचाने के गैर कानूनी काम को लेकर अपनी जांच कर रही है.
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