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'इस बात की गारंटी नहीं कि हम चौथी बार आएं लेकिन'...गडकरी की बात ने सबको हंसा दिया

नितिन गडकरी अपनी बेबाक बयानी के लिए मशहूर हैं. ऐसे ही रविवार को नागपुर के एक कार्यक्रम में उन्‍होंने एक ऐसी बात कह दी कि वहां उपस्थित सभी लोग हंस पड़े.

'इस बात की गारंटी नहीं कि हम चौथी बार आएं लेकिन'...गडकरी की बात ने सबको हंसा दिया
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Atul Chaturvedi|Updated: Sep 23, 2024, 02:39 PM IST

नितिन गडकरी अपनी बेबाक बयानी के लिए मशहूर हैं. ऐसे ही रविवार को नागपुर के एक कार्यक्रम में उन्‍होंने एक ऐसी बात कह दी कि वहां उपस्थित सभी लोग हंस पड़े. दरअसल उनके साथ मंच पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले भी मौजूद थे. विभिन्‍न सरकारों में मंत्री रहे आठवले को लेकर मजाकिया लहजे में नितिन गडकरी ने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं कि हमारी सरकार चौथी बार लौटकर आए लेकिन इस बात की गारंटी निश्चित रूप से है कि रामदास आठवले मंत्री बनेंगे. 

गौरतलब है कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता रामदास आठवले तीन बार से केंद्रीय मंत्री हैं और उन्‍होंने ये विश्‍वास व्‍यक्‍त किया था कि अगली बार भी बीजेपी के जीतने की स्थिति में मंत्री बनेंगे. उसी पृष्‍ठभूमि में गडकरी ने टिप्‍पणी करते हुए कहा कि उन्‍होंने केवल मजाक में ये बात कही है. 

हमको 10 से 12 सीटें मिलनी चाहिए : आठवले
इस बीच महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव नवंबर में होने जा रहे हैं. उसके मद्देनजर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति में शामिल उनकी पार्टी आरपीआई (ए) को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 से 12 सीटों पर लड़ने का मौका मिलना चाहिए. नागपुर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आठवले ने कहा कि आरपीआई (ए) अपने पार्टी चिह्न पर चुनाव लड़ेगी और विदर्भ में तीन से चार सीटें मांगेगी, जिनमें उत्तर नागपुर, उमरेद (नागपुर), यवतमाल में उमरखेड़ और वाशिम शामिल हैं.

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रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘आरपीआई (ए) ने 18 संभावित सीटों की सूची बनाई है, जिसे वह कुछ दिनों में महायुति सहयोगियों के साथ साझा करेगी और सीट बंटवारे के समझौते में उसे कम से कम 10 से 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा, शिवसेना और राकांपा को अपने कोटे से उनकी पार्टी को चार-चार सीटें देनी चाहिए.

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