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अरबों की आमदनी, राजनीतिक शह...कैसे ड्रग्स से कमाए पैसों से सादिक ने खड़ा किया नशे का EMPIRE

Jafar Sadiq Arrest : NCB के पिछले महीने  2,000 करोड़ रुपये के ड्रग तस्करी रैकेट के भंडाफोड़ करने के बाद अब एजेंसी को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. जफर सादिक कहने को तो एक फिल्म प्रोड्यूसर है, असल में तो उनका तीन देशों में काला कारोबार चल रहा है. नशे का पे सौदागर इम्स सिंडिकेट से कमाए पैसों को फिल्म, रियल स्टेट और कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में लगाया करता था.   

International Drug Smuggling
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KIRTIKA TYAGI|Updated: Mar 09, 2024, 09:15 PM IST

International Drug Smuggling : एनसीबी ने इंटरनेशनल ड्रग्स तस्करी के एक बड़े नेटवर्क के सरगना जफर सादिक को गिरफ्तार किया है. जफर सादिक कहने को तो एक फिल्म प्रोड्यूसर है, लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए उसके पीछे तो उनका तीन देशों में काला कारोबार चल रहा है.

 

NCB के एक अधिकारी ने बताया कि जफर सादिक भारत, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया में फैले ड्रग्स नेटवर्क का सरगना है. एनसीबी ने दिल्ली क्राइम ब्रांच की मदद से पिछले महीने 15 फरवरी को ही ड्रग्स तस्करी के इस सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया था, लेकिन सरगना कानून की पकड़ से दूर था. अब सरगना जफर सादिक को अरेस्ट कर लिया गया है. 

 

सरगना ने कबूला है, कि पिछले 3 सालों में 45 बार साढ़े 3 हजार से ज्यादा कीमत की pseudoephedrine नाम की ड्रग्स को भेजा है. बताया जा रहा है, कि जफर की राजनीति में भी दिलचस्पी है. दक्षिण के एक प्रमुख राजनीतिक दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम यानी DMK के सदस्य रहे चुके हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जफर ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को सात लाख रुपए दिए थे. इनमें पांच लाख रुपए रिलीफ फंड में दिए गए, जबकि दो लाख पार्टी फंड में दिए थे. ये पैसा किस सोर्स से कमाकर दिया गया था, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम इसकी भी जांच कर रही है.

 

वहीं पूछताछ में यह भी पता चला कि जफर सादिक ही पूरे गिरोह का मास्टर माइंड है. वह दिखावे के लिए फिल्म निर्माण का कारोबार करता है, लेकिन उसके पीछे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स तस्करी का सरगना है. जांच में उसने खुलासा किया कि उसने नशीले पदार्थों की तस्करी से बहुत कमाई की है. जफर के कई सहयोगी हैं जिनकी पहचान की जा रही है.

 

आरोपी माफिया के दूग सिंडिकेट ने पिछले 3 वर्षों में स्यूडोएफेड्रिन ड्रग्स की 45 खेप कई देशों में भेजी है. स्यूडोएफेड्रिन इम्स का इस्तमाल मेधामफेटामाइन के निर्माण में किया जाता है, जो एक खतरनाक इम्स है. मौजूदा वक्त में इसकी काफी मांग है. मामले की छानबीन जारी है. जांच में लगभग दो हजार करोड़ रुपये की इम्स तस्करी की बात सामने आ रही है. कुल 3500 किलोग्राम स्यूडो एफेड्रिन ड्रग्स विदेश भेजने की जानकारी मिली है.

 

NCB के उप. महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, हम पता लगाएंगे कि उसके संबंध और किन लोगों से हैं. हमें उसका बॉलीवुड लिंकेज भी मिला है. बॉलीवुड के फाइनेंसर और प्रोड्यूसर जो आरोपी के टच में थे, जांच में मनी ट्रेल उन तक पहुंचती नजर आती है तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी. ऑस्ट्रेलिया में भी उसका एक मॉडयूल है जिस पर जांच चल रही है. जफर ने पूछताछ में बताया कि उसने ड्रग्स के पैसे का कंस्ट्रक्शन और होटल इंडस्ट्री में भी निवेश किया है. उसने कुछ लोगों की फंडिंग भी की है. आरोपी ने कुछ फिल्में भी बनाई हैं. इसके मॉडयूल विदेशों में भी है.

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